Bhashini की मदद से जन-जन तक पहुंची PM मोदी की आवाज, जानिए कैसे काम करता है ये AI टूल
बीते रविवार को प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने गंगा किनारे नमो घाट पर काशी-तमिल संगमम् का शुभारंभ किया। इस दौरान तमिल भाषा समझने वाले लोगों के लिए पीएम मोदी ने एआई टूल भाषिणी का इस्तेमाल किया है। इस टूल की मदद से देश के वे लोग जो हिंदी भाषा ठीक तरह से समझ और बोल नहीं सकते उन तक भी पीएम मोदी का संदेश पंहुचा।
By Shivani KotnalaEdited By: Shivani KotnalaUpdated: Mon, 18 Dec 2023 10:30 AM (IST)
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। बीते रविवार को प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने गंगा किनारे नमो घाट पर काशी-तमिल संगमम् का शुभारंभ किया। इस दौरान तमिल भाषा समझने वाले लोगों के लिए पीएम मोदी ने एआई टूल भाषिणी का इस्तेमाल किया है।
इस टूल की मदद से देश के वे लोग जो हिंदी भाषा ठीक तरह से समझ और बोल नहीं सकते, उन तक भी पीएम मोदी का संदेश पंहुचा।ऐसे में हर दूसरे इंटरनेट यूजर के मन में भाषिणी को लेकर सवाल आए होंगे। आइए जल्दी से जान लेते हैं, यह टूल क्या है और कैसे काम करता है-
क्या है Bhashini
दरअसल, भाषिणी अलग-अलग भारतीय भाषाओं को समझने, बोलने और सुनने का जरिया है। यह एआई आधारित लैंग्वेज ट्रांसलेशन सिस्टम पर काम करता है। भाषिणी की मदद से अलग-अलग भारतीय भाषाओं के साथ ट्रांसलेशन की सुविधा मिलती है।
Digital India Bhashini को पीएम मोदी (PM Modi) ने 2022 में गुजरात में डिजिटल इंडिया सप्ताह के उद्घाटन के दौरान पेश किया था।
सभी भारतीयों तक इंटरनेट की पहुंच को आसान बनाने के लिए भाषिणी को पेश किया गया था। भाषिणी के साथ अलग-अलग भाषाओं में डिजिटल सर्विस को आसान बनाया जा रहा है।