Cached Files : आपके फोन के लिए कितनी जरूरी हैं ये फाइल, जानिए इनके फायदे और नुकसान
एंड्रॉइड डिवाइस का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स को अक्सर फोन में स्टोरेज फुल होने की परेशानी आती है। ऐसे में टेक जानकारी Cached Files क्लीन करने की सलाह देते हैं। Cached Files क्या होती हैं? डिलीट करनी चाहिए या नहीं इस आर्टिकल में बता रहे हैं। (फोटो- जागरण)
By Shivani KotnalaEdited By: Shivani KotnalaUpdated: Mon, 08 May 2023 03:52 PM (IST)
नई दिल्ली, टेक डेस्क। अमूमन जब भी एंड्रॉइड डिवाइस में यूजर को स्टोरेज फुल होने की परेशानी आती है तो स्टोरेज खाली करने के लिए Cached Files का नाम ही लिया जाता है। यानी Cached Files का नाम शायद ही किसी यूजर के लिए नया होगा। स्मार्टफोन की स्टोरेज में एक बड़ी स्पेस को घेरने वाली फाइल्स को हम डिलीट तो कर देते हैं, लेकिन क्या ऐसा करना पूरी तरह से सही है?
दरअसल इन फाइल्स को फोन से डिलीट करने और न करने के अपने ही नुकसान और फायदे हैं। इस आर्टिकल में आपको Cached Files क्या होती हैं, कैसे काम करती हैं और डिलीट करनी चाहिए या नहीं, जैसी ही बातों के बारे में जरूरी जानकारी देने जा रहे हैं।
क्या होती है Cached Files
सबसे पहले यही समझते हैं कि Cached Files क्या होती हैं। आसान भाषा में समझें तो जब भी स्मार्टफोन यूजर किसी वेबसाइट या ऐप को पहली बार ओपन करता है तो वेबासाइट या ऐप से जुड़ा सारा डेटा डिवाइस में स्टोर हो जाता है।यह temporary data होता है। इस डेटा को स्टोर करने की जरूरत नहीं होती या अपने आप स्मार्टफोन में स्टोर हो जाता है।
Cached Files क्यों नहीं करना चाहिए डिलीट
अब सवाल ये उठता है फोन में Cached Files आखिर स्टोर क्यों होती हैं। इसका जवाब दें तो यह यूजर की सुविधा के लिए ही डिवाइस में स्टोर होती हैं। अक्सर जब यूजर को बार-बार किसी वेबसाइट या ऐप पर विजिट करने के जरूरत पड़ती है तो डेटा को लोड लोने में काफी समय लगता है। एक टैप में सर्च के साथ तुरंत स्क्रीन पर जानकारियों का अपीयर होना इन फाइल्स की मदद से ही संभव होता है।
किसी वेबसाइट पर विजिट करते हैं तो इसकी सबसे बड़ी इमेज के डेटा को आपके फोन में स्टोर कर लिया जाता है। यह अगली बार के लिए काम आता है। यानी अगली बार जब आपके उसी वेबसाइट या ऐप पर विजिट करते हैं तो डेटा लोड होने की जरूरत नहीं होती। एक स्टेप आगे बढ़कर स्टोर किए हुए डेटा का ही इस्तेमाल कर काम आसान कर देता है।
दरअसल फोन में केवल उन्हीं ऐप्स और वेबसाइट का डेटा स्टोर होता है, जिनका सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। कम इस्तेमाल होने वाले ऐप्स का डेटा स्टोर नहीं किया जाता है। ऐसे में यह यूजर के समय को बचाने में इन फाइल्स की भूमिका होती है। इन्हें डिलीट करने की सलाह नहीं दी जाती क्योंकि इससे यूजर को ही क्विक सर्च में परेशानी आ सकती है।