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क्या होती हैं Cookies? जानिए आपके डिवाइस में इनके होने के फायदे और नुकसान, Google ने दिया है ये अपडेट

What Is Cookies In Google Chrome हर यूजर के डिवाइस में कुकीज का इस्तेमाल होता है। अगर आप भी गूगल क्रोम का इस्तेमाल करते हैं तो कुकीज को एनेबल और डिसेबल करने जैसी बातों को जानते होंगे। (फोटो- जागरण)

By Shivani KotnalaEdited By: Shivani KotnalaUpdated: Tue, 16 May 2023 08:11 PM (IST)
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What Is Cookies In Google Chrome Advantage Disadvantage Google Update, Pic Courtesy- Jagran Graphics

नई दिल्ली, टेक डेस्क। क्या आपने कभी गौर किया है, अगर आप इंटरनेट पर किसी वेबसाइट पर बार-बार विजिट करते हैं तो अगली बार उसी वेबसाइट पर जाना और आसान हो जाता है। वेबसाइट एक क्लिक में ओपन हो जाती है। इतना ही नहीं, वही पेज भी ओपन हो जाता है, जिस पर पहली बार में विजिट किया गया था।

खासकर ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट पर ऐसा कई बार होता है कि जिस सामान को हम सर्च कर वेबसाइट का पेज छोड़ते हैं, अगली बार वही सर्च पेज हमें तुरंत मिल जाता है। दरअसल, यह सब कुकीज की वजह से होता है।

कुकीज क्या होती हैं

कुकीज कम टेक्स्ट वाली छोटी फाइल्स होती हैं। इन फाइल्स को यूजर के डिवाइस पर ही सेव किया जाता है। जब भी यूजर किसी वेबसाइट पर विजिट करता है तो वेबसाइट इन टेक्स्ट फाइल को यूजर के डिवाइस में ही स्टोर कर लेती हैं।

कुकीज क्यों होती हैं स्टोर

कुकीज के स्टोर होने का फायदा वेबसाइट्स के साथ-साथ यूजर को होता है। यूजर के एक्शन और उसकी प्राइमरी जरूरतों को याद रखने में कुकीज ही वेबसाइट की मदद करती हैं। कुकीज लंबे समय तक बनी रहती हैं।

यूजर को भी सहूलियत मिलती है कि उसे किसी एक वेबसाइट पर एक से ज्यादा बार विजिट करने की स्थिति में हर बार जानकारियों को दर्ज करने की जरूरत नहीं होती। लॉग-इन, लैंग्वेज, फॉन्ट साइज और डिस्प्ले प्रिफरेंस जैसी जानकारियां कुकीज की मदद से ही सेव रह पाती हैं।

कुकीज का इस्तेमाल यूजर की ब्राउजिंग एक्टिविटी को ट्रैक करने के लिए किया जा सकता है। इसके साथ ही यूजर की जरूरत और पसंद की जानकारियों को भी सेव करने के लिए कुकीज काम में आती हैं। किसी वेबसाइट पर यूजर के बेहतर एक्सपीरियंस के लिए ही कुकीज का इस्तेमाल किया जाता है।

हालांकि, कुछ मौकों पर यह केवल यूजर के ही फायदे की फाइल्स नहीं होतीं, इनकी मदद से विज्ञापन के लिए भी टारगेट ऑडियंस को खोजा जाता है।

कुकीज के फायदे

कुकीज के फायदों की बात करें तो यह ऑनलाइन वेबसाइट पर यूजर के समय और मेहनत को बचाने में काम आती हैं। यूजर एक क्लिक में अपनी मनचाही जानकारियों को पा सकता है।

यूजर को किस तरह के ऐड्स दिखाए जाने चाहिए, इसके लिए यूजर का इंटरेस्ट मायने रखता है। ब्राउजिंग हिस्ट्री की मदद से ही कोई थर्ड पार्टी ऐप्स यह जानकारी इकट्ठी कर सकती है कि यूजर को किस तरह के ऐड्स दिखाए जाने चाहिए, ताकि प्रोडक्ट को खरीदे जाने के चांस ज्यादा हों।

कुकीज के क्या हैं नुकसान

कुकीज के फायदे हैं तो नुकसान भी हैं। इससे यूजर की ब्राउजिंग हिस्ट्री को ट्रैक किया जा सकता है। किसी स्थिति में यह यूजर की जानकारी के बिना भी किया जा सकता है। ऐसे में कुकीज यूजर के लिए प्राइवेसी से जुड़ा एक बड़ा मुद्दा है। यूजर को बार-बार ऐड मिलना, हर वेबसाइट पर ऐड नजर आना उसे परेशान कर सकता है।

कई बार काम के समय ऐड का आना यूजर को हद से ज्यादा तंग कर देता है। कुकीज का इस्तेमाल यूजर की पर्सनल जानकारियों को इकट्ठा करने के लिए भी किया जा सकता है। ऐसे में यह साइबर क्रिमनल के लिए यूजर को टारगेट करने का जरिया बन सकता है। इसके अलावा, लंबे समय तक कुकीज का डिवाइस में होना स्टोरेज को भी फुल करता है।

कुकीज कितनी तरह की होती हैं

यूजर के डिवाइस में सेशन और परसिसटेंट दो तरह की कुकीज स्टोर की जाती हैं।

Session cookies: सेशन कुकीज थोड़े समय की टेक्स्ट फाइल होती हैं। यह ब्राउजर में रहते हुए ही एक्टिव रहती हैं, ताकि यूजर को सहूलियत बनी रहे। ब्राउजर को बंद करते ही यह अपने आप डिलीट भी हो जाती हैं।

Persistent cookies: परसिसटेंट कुकीज वह टेक्स्ट फाइल होती हैं, जो एक लंबे समय तक यूजर के डिवाइस में बनी रहती हैं। ऐसी फाइल्स एक्सपायर होने पर ही डिलीट होती हैं। वहीं अगर यूजर मैन्युअली कुकीज को डिलीट करता है तो ही ये फाइल्स क्लीन होती हैं।

क्या कुकीज का करना चाहिए इस्तेमाल

यूजर अपने डिवाइस में ब्राउजर सेटिंग पर जाकर कुकीज को डिसेबल कर सकता है। हालांकि, ऐसा करते ही यूजर वेबसाइट में मिलने वाले कई एडवांस फीचर्स का फायदा नहीं उठा सकेगा।

कुकीज का इस्तेमाल सही है, बशर्ते आप अपनी जानकारियों पर समय-समय पर नजर बनाए रखें। जरूरत पड़ने पर इन्हें क्लीन कर सकते हैं।

गूगल का क्या है प्लान

गूगल ने अपने एक ब्लॉग पोस्ट में तरह की जानकारियां दी है कि थर्ड पार्टी कुकीज को बंद कर दिया जाएगा। गूगल ने कहा है कि क्रोम में 2024 के अंत के बाद से ही थर्ड पार्टी कुकीज को ब्लॉक कर दिया जाएगा। गूगल का कहना है कि कुकीज साइबर हैकर्स के लिए यूजर की जानकारियों को चुराने का एक जरिया बनती हैं। ऐसे में इन्हें पूरी तरह ही बंद किया जाएगा।