Smartphone रंग-बिरंगे तो चार्जर क्यों नहीं, White या Black कलर का ही होता है ऑप्शन
कुछ इलेक्ट्रॉनिक कंपनियां फोन के साथ ही चार्जर उपलब्ध करवा देती हैं। वहीं कुछ इलेक्ट्रॉनिक कंपनियां जैसे सैमसंग का चार्जर खरीदने की जरूरत पड़ती है। बाजार में ऑरिजनल चार्जर (Smartphone Charger) खरीदने जाते हैं तो केवल ब्लैक या व्हाइट (Black Or White) कलर ऑप्शन मौजूद होता है। कभी आपने सोचा है कि क्यों ऑरिजनल चार्जर में दूसरे कलर ऑप्शन नहीं मिलते होंगे?
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। मार्केट में एक नया स्मार्टफोन खरीदने जाते हैं तो एक नहीं, कई कलर और डिजाइन के ऑप्शन मौजूद होते हैं। लेकिन जब फोन के चार्जर की बात आती है तो ऑरिजनल चार्जर दो ही कलर व्हाइट या ब्लैक में मिलता है। हां, अगर आप लोकर चार्जर खरीदते हैं तो हो सकता है तो आपको कलर ऑप्शन चार्जर में भी मिल जाए। लेकिन ऑरिजनल के केस में दो ही कलर ऑप्शन मौजूद होते हैं। कभी आपने सोचा है ऐसा क्यों होता होगा? जब स्मार्टफोन में रंगों के ऑप्शन मौजूद हैं तो चार्जर के लिए दो ही रंग क्यों चुने जाते हैं? दरअसल, इसके पीछे कुछ खास वजहें होती हैं।
व्हाइट या ब्लैक ही क्यों होते हैं चार्जर
स्मार्टफोन के चार्जर बनाने वाली कंपनियां रंग को लेकर व्हाइट और ब्लैक का ही ऑप्शन रखती हैं क्योंकि इन दोनों ही कलर को लेकर लागत कम आती है और बेहतर ड्यूरेबिलिटी मिलती है। स्मार्टफोन के चार्जर काले रंग के होते हैं, क्योंकि यह रंग दूसरे रंगों के मुकाबले हीट को ज्यादा बेहतर तरीके से अब्जॉर्ब करता है। काला रंग किफायती होने के साथ-साथ सबसे अच्छा उत्सर्जक भी माना जाता है।
ये भी पढ़ेंः रात को चैन की नींद सोने के लिए ऑन करें फोन का Bedtime Mode, काम की जरूरी कॉल पर ही मिलेगा अलर्ट
व्हाइट कलर क्यों है ज्यादा बेहतर
आप ध्यान दें तो अब स्मार्टफोन के चार्जर ब्लैक नहीं, केवल व्हाइट कलर ऑप्शन में ज्यादा मौजूद होते हैं। इलेक्ट्रॉनिक कंपनी स्मार्टफोन चार्जर के लिए सफेद रंग सबसे ज्यादा चुनती हैं। स्मार्टफोन चार्जर का रंग सफेद होता है क्योंकि इस रंग की रिफ्लेक्ट क्षमता कम होती है। इस रंग के चार्जर के साथ बाहर से आने वाली गर्मी अंदर नहीं पहुंचती है। इस रंग के साथ बाहरी की गर्मी को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। यही वजह है कि स्मार्टफोन की बैटरी को चार्ज करने के लिए भी रंगों का चुनाव समझदारी से किया जाता है।
ये भी पढ़ेंः आपका स्मार्टफोन चार्जर असली है या नकली, सरकारी ऐप से चुटकियों में करें पता