TRAI की सख्ती का असर: गैर-जरूरी कॉल करने वाले 2.75 लाख टेलीफोन कनेक्शन काटे गए
ट्राई ने फर्जी कॉल को लेकर 13 अगस्त को सख्त दिशा-निर्देश जारी किए थे। इसमें दूरसंचार कंपनियों को अवांछनीय कॉल में शामिल टेलीफोन कनेक्शन को काटने और इकाइयों को ब्लैकलिस्ट करने के लिए कहा था। ट्राई ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि अवांछनीय कॉल में काफी बढ़ोतरी हुई है। 2024 की पहली छमाही के दौरान गैर-पंजीकृत टेलीमार्केटर्स के खिलाफ 7.9 लाख शिकायतें दर्ज हुई हैं।
पीटीआई, नई दिल्ली। फालतू कॉल को लेकर टेलीकॉम रेग्युलेटर ट्राई की सख्ती का असर दिखने लगा है। दूरसंचार कंपनियां करीब तीन सप्ताह में अवांछनीय कॉल करने वाले 2.75 लाख टेलीफोन कनेक्शन को काट चुकी हैं। साथ ही ऐसी गतिविधियों में शामिल 50 इकाइयों को ब्लैकलिस्ट किया गया है। ट्राई ने अवांछनीय कॉल को लेकर 13 अगस्त को सख्त दिशा-निर्देश जारी किए थे।
इसमें दूरसंचार कंपनियों को अवांछनीय कॉल में शामिल टेलीफोन कनेक्शन को काटने और इकाइयों को ब्लैकलिस्ट करने के लिए कहा गया था। ट्राई ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि अवांछनीय कॉल में काफी बढ़ोतरी हुई है। कैलेंडर वर्ष 2024 की पहली छमाही के दौरान गैर-पंजीकृत टेलीमार्केटर्स के खिलाफ 7.9 लाख शिकायतें दर्ज हुई हैं।
गैर-पंजीकृत टेलीमार्केटर्स की बढ़ेंगी मुश्किलें
हाल में उठाए गए कदमों से अवांछनीय काल में कमी आने और उपभोक्ताओं का राहत मिलने की उम्मीद है। ट्राई ने सभी हितधारकों से एक स्वच्छ और अधिक कुशल टेलीकॉम इकोसिस्टम में योगदान करने का आग्रह किया है। साथ ही कहा है कि इन संसाधनों का दुरुपयोग करने वाले गैर-पंजीकृत टेलीमार्केटर्स को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
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अवांछनीय कॉल करने वालों पर नकेल कसने के लिए पिछले सप्ताह ही ट्राई ने दूरसंचार उद्योग से पूछा था कि क्या एक निश्चित संख्या से अधिक कॉल और एसएमएस के लिए एक उच्च टैरिफ पेश किया जाना चाहिए। साथ ही प्रतिदिन 50 से अधिक कॉल या 50 एसएमएस भेजने वाले ग्राहकों की जांच भी करने के लिए कहा गया था।