क्या 5G नेटवर्क का हो सकता है गलत इस्तेमाल, ड्रग ट्रैफिकिंग से मनी लॉन्डरिंग तक... लंबी है ये लिस्ट
5G लॉन्च के साथ ही टेलीकॉम कंपनियों ने भी अपनी 5G सर्विस को शुरू कर दिया है। लेकिन कभी आपने सोचा है कि 5G नेटवर्क गलत कामों में भी इस्तेमाल हो सकता है। हाल ही आए एक डॉक्यूमेंट में इसकी जानकारी दी गई है। (जागरण फोटो)
By Ankita PandeyEdited By: Ankita PandeyUpdated: Fri, 27 Jan 2023 12:54 PM (IST)
नई दिल्ली, टेक डेस्क। बीते साल अक्टूबर में सरकार ने भारत में 5G नेटवर्क को शुरू किया था। उसी समय से सरकार और टेलीकॉम कंपनियों का उद्देश्य पूरे भारत में अपने 5G सर्विस को फैलाने पर केन्द्रित हो गया। इस लिस्ट में सबसे आगे दो टेलीकॉम आपरेटर्स -रिलायंस जियो और भारती एयरटेल है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये नया नेटवर्क आपके लिए नुकसान दायक भी हो सकता है। जी हां कुछ IPS ऑफिसर्स ने एक पेपर पेश किया है , जिसमें बताया गया कि 5G नेटवर्क मनी लॉन्डरिंग और ड्रग ट्रेफिकिंग के लिए जिम्मेदार हो सकता है। आइये इसके बारे में जानते हैं।
अपराध का जरिया बन सकता है 5G नेटवर्क
एक प्रमुख सुरक्षा बैठक में हाई-स्पीड 5G टेलीकॉम नेटवर्क की कमजोरियों के खिलाफ चेतावनी देते हुए कुछ पेपर जमा किए गए है। इनको भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के कुछ अधिकारियों द्वारा लिखा गया हैं। इन पेपरों में बताया गया है कि 5G बिचौलियों और एजेंटों को ड्रग्स की तस्करी, मानव और अंगों की तस्करी, मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद जैसे अपराधों को अंजाम देने के लिए संपर्क का जरिया बन सकता है।
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पीएम मोदी भी बने बैठक का हिस्सा
बता दें कि इस तीन दिवसीय वार्षिक सम्मेलन में बैठक में पुलिस महानिदेशकों (DGPs) और पुलिस महानिरीक्षकों (IGPs) के साथ -साथ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भाग लिया था। इसके अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और देश के करीब 350 पुलिस अधिकारियों भी इस बैठक का हिस्सा थे।साइबर हमलों के प्रति संवेदनशील है 5G
पेपर्स में बताया गया है कि 5G नेटवर्क आसानी से सुलभ और खुले इंटरनेट प्रोटोकॉल पर बनाया गया है। इसके अलावा यह पिछली पीढ़ियों की सभी कमजोरियों को विरासत में लेकर आया है, जो इसे साइबर हमलों के प्रति संवेदनशील बनाता है और पूरे सिस्टम की सुरक्षा से समझौता करता है।