सभी टेलीकॉम सर्किलों में 26GHz बैंड पर 5G सेवाएं शुरू कर रहा Airtel, इस शहर में करेगा परीक्षण
जानकारी मिली है कि भारत की फेमस टेलीकॉम कंपनी ने 26GHz बैंड पर 5G सेवाएं शुरू कर रहा है। एयरटेल ने कहा कि दूरसंचार विभाग की जरूरतों के हिसाब से कंपनी ने न्यूनतम रोलआउट दायित्व मानदंड के अनुपालन के लिए आवेदन मानदंड और मांग को पहले ही पूरा कर लिया है जिसके बाद इसका डीओटी ने मुंबईएल एसए में परीक्षण किया है।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। भारत में मुख्य रूप से तीन टेलीकॉम कंपनियां है, जिनमें से एक एयरटेल भी है । बता दें कि भारती एयरटेल ने बीते बुधवार को कहा कि उसने न्यूनतम रोलआउट दायित्व मानदंडों का पालन करने के लिए दूरसंचार विभाग (DoT) द्वारा निर्धारित मानदंडों के अनुसार, देश के सभी (22) दूरसंचार सर्किलों में 26GHz स्पेक्ट्रम बैंड पर 5G सेवाएं शुरू कर दी हैं।
कंपनी ने न्यूनतम रोलआउट दायित्व मानदंडों के अनुपालन के लिए आवेदन मानदंड और मांग को पहले ही पूरा कर लिया है, जिसके बाद DoT ने मुंबई एलएसए में परीक्षण किया है।
मिलेगी बेहतर सुविधा
एयरटेल ने यह भी बताया कि 26 गीगाहर्ट्ज द्वारा सक्षम व्यापक 5G अवसरों के साथ, कंपनी अपने ग्राहकों के लिए बेहतरीन एयरटेल 5G प्लस अनुभव बनाने के लिए लगातार नवाचार को बढ़ावा देने के लिए तैयार है।
पश्चिम बंगाल में हुआ परीक्षण
सुनील मित्तल द्वारा संचालित टेलीकॉम कंपनी ने पिछले हफ्ते पश्चिम बंगाल में 26 गीगाहर्ट्ज या मिलीमीटर (एमएमवेव) बैंड और 3300 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम बैंड दोनों पर 5G सेवाओं और डेटा स्पीड का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
जियो ने पहले ही किया परीक्षण
दूरसंचार विभाग के पश्चिम बंगाल सेवा क्षेत्र विंग ने न्यूनतम रोलआउट दायित्वों (एमआरओ) की जांच के लिए परीक्षण किया। पश्चिम बंगाल में एयरटेल की 5G सेवाओं का परीक्षण रिलायंस जियो द्वारा गुजरात में 26 गीगाहर्ट्ज और 3.3 गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम बैंड दोनों पर 5G सेवाओं के सफलतापूर्वक परीक्षण के ठीक बाद हुआ।
2022 में शुरू हुए एयरटेल 5G सेवा
एयरटेल पिछले अक्टूबर से अपने देशव्यापी 5G नेटवर्क का तेजी से विस्तार कर रहा है। दिसंबर 2023 तक राष्ट्रीय स्तर पर अगली पीढ़ी की मोबाइल ब्रॉडबैंड सेवाएं लॉन्च करने का लक्ष्य रखते हुए, इसने पहले ही 3,500 से अधिक शहरों/कस्बों में 5G सेवाएं शुरू कर दी हैं।
पिछले साल की 5G स्पेक्ट्रम बिक्री में, सुनील मित्तल की अगुवाई वाली एयरटेल ने 43,084 करोड़ रुपये की 19,867.8 मेगाहर्ट्ज बैंडविड्थ खरीदी थी। इसने 3.3-3.67 गीगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज बैंड में 5G एयरवेव्स खरीदी थीं, लेकिन 700 मेगाहर्ट्ज बैंड में महंगे स्पेक्ट्रम को नजरअंदाज कर दिया।
Jio तीनों बैंड - 700 मेगाहर्ट्ज, 3.3 गीगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज में 5जी स्पेक्ट्रम हासिल करने वाली एकमात्र टेलीकॉम कंपनी थी।