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5G सर्विस के लिए TRAI ने जारी किया नया अलर्ट, सिम अपग्रेड करवाने से पहले जान लें ये बात

5G Service Sim Upgrade TRAI Alert टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से मोबाइल यूजर्स को एक अलर्ट जारी किया जा रहा है। अगर आप भी फोन में 5G सर्विस के लिए मोबाइल सिम को अपग्रेड करवाने जा रहे हैं तो ये जानकारी आपके लिए और भी जरूरी हो जाती है। ट्राई ने ओटीपी शेयर करने से मना किया है।

By Shivani KotnalaEdited By: Shivani KotnalaUpdated: Thu, 14 Sep 2023 03:00 PM (IST)
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5G सर्विस के लिए TRAI ने जारी किया नया अलर्ट, सिम अपग्रेड करवाने से पहले जान लें ये बात
नई दिल्ली, टेक डेस्क। 5G Service Sim Upgrade TRAI Alert: टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से मोबाइल यूजर्स को एक अलर्ट जारी किया जा रहा है। अगर आप भी फोन में 5G सर्विस के लिए मोबाइल सिम को अपग्रेड करवाने जा रहे हैं तो ये जानकारी आपके लिए और भी जरूरी हो जाती है।

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टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से मोबाइल यूजर्स को यह अलर्ट फोन पर भेजा रहा है।

इस अलर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक टेलीकॉम कंपनियां 5G सर्विस को एक्टिवेट करवाने के लिए किसी तरह के ओटीपी की मांग नहीं करती हैं।

  • अगर आपसे 5G सर्विस एक्टिवेट करने के लिए सिम अपग्रेड के वक्त इस तरह की जानकारी मांगी जाती है तो आपको ऐसा करने की जरूरत नहीं है।
  • ट्राई ने साफ कहा है कि सिम अपग्रेड करवाने के दौरान किसी भी स्थिति में यूजर को अपनी पर्सनल जानकारियां भी शेयर करने की जरूरत नहीं है।
  • 5G सर्विस अपग्रेड के लिए किसी लिंक पर क्लिक करने को लेकर भी लापरवाही न बरतें।
  • टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा दी जाए वाली जानकारी के मुताबिक 5G सर्विस को एक्टिवेट करवाने के लिए किसी तरह के लिंक पर क्लिक करना आपको और आपकी जानकारियों को गलत शख्स तक पहुंचा सकता है।
  • अगर किसी मोबाइल यूजर को 5G सर्विस के लिए किसी तरह का ऑफर दिया जा रहा है तो यह स्थिति भी नजरअंदाज करनी होगी। यह धोखाधड़ी का संकेत हो सकता है।
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OTP क्या है

दरअसल, फोन में यूजर की प्राइवेसी और सिक्योरिटी के लिए एक खास तरह का कोड कुछ फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन के दौरान जनरेट होता है। यह वन टाइम पासवर्ड होता है। इस तरह के पासवर्ड में यूजर के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर एक 6 डिजिट का कोड भेजा जाता है।

यह एक सीक्रेट कोड होता है और कुछ ही मिनट के लिए काम करता है। बैंकिग जानकारियों को चुराने के लिए हैकर्स अक्सर इस तरह के ओटीपी की मांग स्मार्टफोन यूजर से करते हैं।