कॉल ड्रॉप का सामना करते हैं 89 प्रतिशत लोग, सर्विस कमजोर होने के कारण होती है परेशानी
लोकलसर्किल्स के द्वारा किए सर्वे में कॉल ड्रॉप को लेकर एक अहम जानकारी सामने आई है। बीते तीन महीनों के दौरान करीब 89 प्रतिशत लोगों को कॉल ड्रॉप का सामना करना पड़ा है। ऑनलाइन सर्वे फर्म लोकलसर्किल्स के ताजा सर्वे में कहा गया है कि 10 में से 9 लोग एप के जरिये कॉल करने के लिए वाई-फाई नेटवर्क का इस्तेमाल करते हैं।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। बीते दिनों रिलायंस जियो, एयरटेल और वीआई तीनों ही प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों ने टैरिफ में बढ़ोत्तरी करने का फैसला किया। जिसका सीधा असर यूजर्स की जेब पर पड़ा। रिचार्ज प्लान महंगे होने के पीछे तर्क दिया गया है कि टेलीकॉम कंपनियां अपनी सर्विस को बेहतर बनाने के लिए काम कर रही हैं। लेकिन हाल ही में हुए एक सर्वे में टेलीकॉम कंपनियों की ये बातें हवा-हवाई दिखाई पड़ती हैं।
सर्वे में बताया गया है कि खराब सर्विस होने की वजह 89 प्रतिशत लोगों को कॉल ड्रॉप जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कई बार कॉल कनेक्ट नहीं होती है तो बहुत बार होता है कि कॉलिंग के दौरान ही नेटवर्क कमजोर होने के कारण कॉल डिस्कनेक्ट हो जाती है।
कॉल ड्रॉप यूजर्स के लिए बड़ी समस्या- सर्वे
लोकलसर्किल्स के द्वारा किए सर्वे में कॉल ड्रॉप को लेकर एक अहम जानकारी सामने आई है। बीते तीन महीनों के दौरान करीब 89 प्रतिशत लोगों को कॉल ड्रॉप का सामना करना पड़ा है। ऑनलाइन सर्वे फर्म लोकलसर्किल्स के ताजा सर्वे में कहा गया है कि 10 में से 9 लोग एप के जरिये कॉल करने के लिए वाई-फाई नेटवर्क का इस्तेमाल करते हैं। मार्च से जून के दौरान किए गए इस सर्वे में सामने आया है कि 89 प्रतिशत में से 38 प्रतिशत लोगों का कहना है कि उनकी 20 प्रतिशत से ज्यादा कॉल ड्रॉप होती हैं।सर्वे में शामिल 17 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उनकी कुल फोन कॉल में से आधी से ज्यादा के दौरान कॉल ड्रॉप की समस्या होती है। वहीं, 21 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे 20-50 प्रतिशत कॉल के दौरान कनेक्शन कटने की समस्या का सामना करते हैं।
क्या है कॉल ड्रॉप की वजह
कॉल ड्रॉप होने के कई अहम कारण है। लेकिन सबसे पहला कारण है तो यही है कि ग्राहकों को कीमत के लिहाज से अच्छी सर्विस टेलीकॉम कंपनियों के द्वारा नहीं दी जा रही हैं। कमजोर या उतार-चढ़ाव वाला सिग्नल इस परेशानी की मुख्य जड़ बनता है। नेटवर्क के सही से काम करने के कारण दो लोगों के बीच हो रही बातचीत अपने आप ही डिस्कनेक्ट हो जाती है। ऐसा आमतौर पर उस वक्त देखा जाता है जब हम कहीं लोकेशन बदलते हैं या फिर सिम कार्ड बदलते हैं।