Move to Jagran APP

इंसानी काम को बखूबी कर रहे AI बॉट, प्रोडक्टिविटी बढ़ने के साथ इन सेक्टर्स में नौकरी का भी खतरा?

वेंडीज फ्रेश एआई चैटबॉट से कंपनी को ग्राहकों के साथ रिश्ते बनाने में आसानी होती है। इस चैटबॉट का सीधेतौर पर मकसद सर्विस को तेज सटीक और अधिक कंज्यूमर फ्रेंडली बनाना है और खास बात है कि यह चैटबॉट इंसानी काम करने के साथ ही ग्राहकों की अन्य चीजों के बारे में भी जानकारी इकट्ठा करते हैं जैसे कि उनके बात करने का टोन कैसा है।

By Yogesh Singh Edited By: Yogesh Singh Updated: Sat, 18 May 2024 08:00 AM (IST)
Hero Image
प्रोडक्टिविटी बढ़ने के साथ इन सेक्टर्स में नौकरी का भी खतरा?
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का दायरा हर क्षेत्र में लगातार बढ़ रहा है। कई कंपनियां तो ऐसी हैं जिन्होंने इंसानी काम को पूरी तरह से एआई को सौंप दिया है। ऐसा न सिर्फ प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के लिए किया जा रहा है बल्कि, ऐसा करने से कंपनियों को कई तरह के फायदे भी हो रहे हैं। एआई बॉट बैंकिंग व मैन्युफैक्चरिंग समेत अनेकों सेक्टर्स में भूमिका निभा रहे हैं।

इनका मकसद न सिर्फ इंसानी कामों को करना है बल्कि, कस्टमर्स की फेशियल और संवेदनशील डेटा जुटाना भी इसका अहम हिस्सा है। अब एक अमेरिकी कंपनी ने 'वेंडीज फ्रेश एआई' नाम का एक चैटबॉट लॉन्च किया है, जो कई ऐसे काम कर सकता है जो बहुत से लोगों की कल्पना से भी परे हैं।

इंसानी काम कर रहे चैटबॉट

वेंडीज फ्रेश एआई चैटबॉट से कंपनी को ग्राहकों के साथ रिश्ते बनाने में आसानी होती है। इस चैटबॉट का सीधेतौर पर मकसद सर्विस को तेज, सटीक और अधिक कंज्यूमर फ्रेंडली बनाना और खास बात है कि यह चैटबॉट इंसानी काम करने के साथ ही ग्राहकों की अन्य चीजों के बारे में भी जानकारी इकट्ठा करते हैं, जैसे कि उनके बात करने का टोन कैसा है या वह किस तरह के कपड़े पहन रहे हैं।

एआई बॉट्स ग्राहकों की हर चीज रिकॉर्ड करते है। ऐसे में एक्सपर्ट इससे कैशियर की नौकरी खत्म होने का भी खतरा मानते हैं, क्योंकि जो काम इंसान करते हैं वह इनके हिस्से में आ गया है।

नौकरियों को खतरा?

सिक्युरिटी एक्सपर्ट कैमरन शैकल के मुताबिक, जब ऐसे काम एआई चैटबॉट्स कर रहे हैं तो जाहिर तौर पर ऐसे काम करने वाले इंसानों की नौकरी को खतरा हो सकता है। ये मानते हैं कि चैटबॉट के कारण कैशियर जैसी जॉब्स के लिए खतरा पैदा हो सकता है।

वहीं, एक अन्य रिपोर्ट से पता चलता है कि अमेरिका में 8 साल में कैशियर की जॉब आधी रह जाएगी। इतना ही नहीं चैटबॉट्स के कारण कई अन्य नौकरियां भी प्रभावित हो सकती हैं, जैसे असिस्टेंट, ऑफिस क्लर्क, कस्टमर सर्विस रिप्रेजेंटेटिव और रिसेप्शनिस्ट जैसी नौकरियों के खतरे का आशंका है।

क्या कर सकता है AI

AI न सिर्फ इंसानों के काम निपटा सकता है बल्कि ये उनकी हरकतों के आधार पर यह भी बता सकता है कि भविष्य में उनकी जरूरतें क्या होंगी और कैसे उनके लिए काम करना होगा। एआई बॉट बहुत ही आसानी और सटीकता के साथ फेशियल और संवेदनशील डेटा लेकर कस्टमर प्रोफाइलिंग करने की क्षमता रखते हैं।

कंपनियां कर रही एआई में निवेश

मौजूदा समय में कुछ लोगों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) दूर की चीज है, उन्हें यह कुछ अलग तरह की चीज लगती है। लेकिन टेक कंपनियां एआई का महत्व समझ चुकी हैं और यही कारण है कि इस सेक्टर में कंपनियां जमकर निवेश कर रही हैं। रिटेल बिजनेस के सेक्टर में एआई की कई जरूरी भूमिका इंसानों की लाइफ को आसान बना सकती हैं। गूगल और एपल जैसे टेक दिग्गज बड़े स्तर पर एआई को लेकर काम कर रहे हैं।

ये भी पढ़ें- क्या एआई से है नौकरियां को खतरा? इन्फोसिस फाउंडर नारायण मूर्ति ने बताया डरने की नहीं है जरूरत