इंसानी काम को बखूबी कर रहे AI बॉट, प्रोडक्टिविटी बढ़ने के साथ इन सेक्टर्स में नौकरी का भी खतरा?
वेंडीज फ्रेश एआई चैटबॉट से कंपनी को ग्राहकों के साथ रिश्ते बनाने में आसानी होती है। इस चैटबॉट का सीधेतौर पर मकसद सर्विस को तेज सटीक और अधिक कंज्यूमर फ्रेंडली बनाना है और खास बात है कि यह चैटबॉट इंसानी काम करने के साथ ही ग्राहकों की अन्य चीजों के बारे में भी जानकारी इकट्ठा करते हैं जैसे कि उनके बात करने का टोन कैसा है।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का दायरा हर क्षेत्र में लगातार बढ़ रहा है। कई कंपनियां तो ऐसी हैं जिन्होंने इंसानी काम को पूरी तरह से एआई को सौंप दिया है। ऐसा न सिर्फ प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के लिए किया जा रहा है बल्कि, ऐसा करने से कंपनियों को कई तरह के फायदे भी हो रहे हैं। एआई बॉट बैंकिंग व मैन्युफैक्चरिंग समेत अनेकों सेक्टर्स में भूमिका निभा रहे हैं।
इनका मकसद न सिर्फ इंसानी कामों को करना है बल्कि, कस्टमर्स की फेशियल और संवेदनशील डेटा जुटाना भी इसका अहम हिस्सा है। अब एक अमेरिकी कंपनी ने 'वेंडीज फ्रेश एआई' नाम का एक चैटबॉट लॉन्च किया है, जो कई ऐसे काम कर सकता है जो बहुत से लोगों की कल्पना से भी परे हैं।
इंसानी काम कर रहे चैटबॉट
वेंडीज फ्रेश एआई चैटबॉट से कंपनी को ग्राहकों के साथ रिश्ते बनाने में आसानी होती है। इस चैटबॉट का सीधेतौर पर मकसद सर्विस को तेज, सटीक और अधिक कंज्यूमर फ्रेंडली बनाना और खास बात है कि यह चैटबॉट इंसानी काम करने के साथ ही ग्राहकों की अन्य चीजों के बारे में भी जानकारी इकट्ठा करते हैं, जैसे कि उनके बात करने का टोन कैसा है या वह किस तरह के कपड़े पहन रहे हैं।
एआई बॉट्स ग्राहकों की हर चीज रिकॉर्ड करते है। ऐसे में एक्सपर्ट इससे कैशियर की नौकरी खत्म होने का भी खतरा मानते हैं, क्योंकि जो काम इंसान करते हैं वह इनके हिस्से में आ गया है।
नौकरियों को खतरा?
सिक्युरिटी एक्सपर्ट कैमरन शैकल के मुताबिक, जब ऐसे काम एआई चैटबॉट्स कर रहे हैं तो जाहिर तौर पर ऐसे काम करने वाले इंसानों की नौकरी को खतरा हो सकता है। ये मानते हैं कि चैटबॉट के कारण कैशियर जैसी जॉब्स के लिए खतरा पैदा हो सकता है।
वहीं, एक अन्य रिपोर्ट से पता चलता है कि अमेरिका में 8 साल में कैशियर की जॉब आधी रह जाएगी। इतना ही नहीं चैटबॉट्स के कारण कई अन्य नौकरियां भी प्रभावित हो सकती हैं, जैसे असिस्टेंट, ऑफिस क्लर्क, कस्टमर सर्विस रिप्रेजेंटेटिव और रिसेप्शनिस्ट जैसी नौकरियों के खतरे का आशंका है।