AI के गॉडफादर जेफ्री हिंटन ने फिर चेताया- इससे पहले कि हमसे ज्यादा स्मार्ट हो एआई, कंट्रोल जरूरी
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के आविष्कारकों में से एक जेफ्री हिंटन ने एक बार फिर से इसके खतरों को लेकर सरकार को चेतावनी दी है। उनका कहना है कि इससे पहले की मशीनें हमारे समाज पर कंट्रोल कर लें। इस पर कंट्रोल करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमें स्मार्ट AI के बजाया इस बात पर फोकस करना है कि हमारा कंट्रोल हमेशा इस पर बना रहे।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के तथाकथित ‘गॉडफादर्स’ में से एक, जेफ्री हिंटन ने दुनियाभर की सरकारों को एक बार फिर AI के खतरों को लेकर चेताया है। भविष्य में मशीनें समाज पर कंट्रोल न कर लें। इसे लेकर उन्होंने सरकारों से आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया है। कनाडा में कॉलिजन टेक कॉन्फ्रेंस में उन्होंने यह बात कही।
इस कॉन्फ्रेंस में 30,000 से अधिक स्टार्टअप फाउंडर, निवेशकों और टेक्नोलॉजी सेक्टर में काम करने वाले लोगों को बुलाया गया था, जिनमें से अधिकतर AI टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल या इसे सीख रहे हैं।
हमसे ज्यादा चालाक न हो जाए AI
इस कॉन्फ्रेंस में हिंटन ने कहा, इससे पहले ही AI हमसे ज्यादा चालाक हो जाए, मुझे लगता है कि इसे विकसित करने वाले लोगों को फोकस इस बात पर होना चाहिए कि हमारा कंट्रोल AI पर बना रहे।’
उन्होंने आगे कहा कि अभी 99 लोग, बेहतर और स्मार्ट AI बनाने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं एक स्मार्ट व्यक्ति इस पर काम कर रहा है कि इसे कैसे रोकना है। हिंटन ने चेतावनी दी कि एआई के जोखिमों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए वे कहते हैं, 'मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि लोग यह समझे कि यह कोई साइन्स फिक्शन नहीं है, यह बात सिर्फ डराने के लिए नहीं हो रही है। यह सच में एक जोखिम है जिसके बारे में हमें सोचना चाहिए। हमें पहले से यह पता लगाने की जरूरत है कि इससे कैसे निपटना है।'
इसके साथ ही हिंटन ChatGPT द्वारा क्रिएट की गई ‘फेक न्यूज’ के खतरों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने यह भी कहा कि एआई असमानता को और अधिक बढ़ा देगा।
इससे पहले हिंटन ने मई में सुर्खियां बटोरी थी, जब उन्होंने ऐलान किया था कि वह AI के खतरों पर अधिक स्वतंत्रता से बोलने के लिए करीब एक दशक बाद गूगल की नौकरी छोड़ रहे हैं। इसके कुछ समय बाद ही AI आधारित चैटबॉट ने खूब सुर्खियां बटोरी थी।