AI vs robots: ChatGPT की तरह ANDI भी रच रहा इतिहास, इंसानों जैसे सांस लेने वाला रोबोट जानें क्यों है खास
AI vs robots Robots Can Perform Multiple Task Like Human beings Know जहां एक ओर इंसानों जैसे बातचीत करने वाला चैटबॉट मॉडल दुनिया भर के करोड़ों यूजर्स को लुभाने का काम कर रहा है वहीं इंसानों जैसे सांस लेने वाले पसीना बहाने वाले और ठंड लगने पर कंपकंपाने वाले रोबोट ANDI को भी पेश किया जा चुका है। (फोटो- Canva)
नई दिल्ली, टेक डेस्क। क्या आप जानते हैं एआई और रोबोट दोनों असल में एक-दूसरे से अलग हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का मतबल किसी एन्टिटी में इंटेलिजेंस को प्रोग्राम करने से है। वहीं दूसरी ओर, रोबोट्स मशीन का फिजिकल ढांचा है। इन दोनों के मेल से एआई आधारित बॉट तैयार होते हैं।
जहां एक ओर एआई आधारित टेक्नोलॉजी यूजर्स को लुभाने का काम कर रही है वहीं रोबोट को लेकर हो रहे नए बदलाव और एक्सपेरिमेन्ट भी यूजर्स का ध्यान खींच रहे हैं। चैटजीपीटी जैसे मॉडल से अलग हाल ही में दुनिया का पहला ब्रीदिंग, स्वेटिंग और सीवरिंग रोबोट पेश किया गया है।
दुनिया के पहले ब्रीदिंग, स्वेटिंग और शिवरिंग रोबोट का नाम क्या है ?
इंसानों जैसे बातचीत करने से अलग इंसानों जैसे एक्ट करने वाले इस रोबोट का नाम एन्डी (ANDI) है। एन्डी एक ऐसा रोबोट है जो अलग-अलग टेम्प्रेचर के मुताबिक रिएक्ट करता है।
इंसानों जैसी इस मशीन को ठंड लगने पर शिवरिंग होती है तो गर्मी लगने पर स्वेटिंग होती है। एन्डी के पास 35 इन्डिविजुअली कंट्रोल्ड सरफेस हैं, सरफेस में मौजूद पोर्स की वजह से ही यह इंसानों जैसे पसीना बहा सकता है।
हालांकि, एन्डी (ANDI) एक खास तरह का पहला रोबोट मॉडल नहीं है, इससे पहले भी कई ऐसे रोबोट को पेश किया गया जो, इंसानों जैसे एक्ट करने में माहिर रहे हैं।
Atlas किन मायनों में था खास?
बीते साल एक यूएस बेस्ड रोबोटिक्स एंड इंजीनियरिंग कंपनी Boston Dynamics ने भी एक खास तरह का रोबोट पेश किया था। Atlas एक खास तरह का रोबोट था, जो इंसानों जैसे कई मल्टीपल टास्क को पूरा कर सकने की खूबी के साथ लाया गया था। एक यूट्यूब वीडियो में Atlas की खूबी दिखाने के लिए सैम्पल के तौर पर एक फेक कन्स्ट्रक्शन साइट पर फेक वर्कर की मदद करते हुए भी दिखाया गया था।
Sophia को कैसे भूल सकते हैं आप?
Sophia एक एआई पावर्ड ह्यूम्नोइड रोबोट को साल 2016 में दुनिया के सामने पेश किया गया था। Sophia को एक ग्लोबल कॉन्फ्ररेंस में इंसानों जैसे स्पीच देते हुए दिखाया गया था। Sophia दुनिया के लिए नई एडवांस टेक्नोलॉजी का शानदार उदाहरण था, जो हर दूसरे यूजर को आश्चर्यचकित कर रहा थी।
इस रोबोट को सऊदी अरब की नागरिकता भी दी गई, जिसके बाद से Sophia पहली ऐसी रोबोट के रूप में जानी जाती है जिसे इंसानों की तरह एक लीगल स्टेटस मिला है।