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5G नेटवर्क की बढ़ती मांग पूरी करेगा Airtel, मिड बैंड स्पेक्ट्रम पर नए सिरे से हो रहा काम

एयरटेल मिड-बैंड स्पेक्ट्रम पर नए सिरे से काम कर रहा है। ऐसा करने के पीछे कंपनी का मकसद 5G नेटवर्क की बढ़ती मांग को पूरा करना है। कंपनी ने कहा कि स्पेक्ट्रम को पहले से बेहतर किया जाएगा। जिससे कि ग्राहकों को 5G सर्विस देने में मदद मिलेगी। कुछ दिन पहले कंपनी ने टैरिफ में बढ़ोतरी करने का भी एलान किया था।

By Yogesh Singh Edited By: Yogesh Singh Updated: Mon, 29 Jul 2024 08:14 PM (IST)
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मिड-बैंड स्पेक्ट्रम पर नए सिरे से काम कर रहा एयरटेल

टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। देश की दूसरी प्रमुख टेलिकॉम कंपनी एयरटेल ने अपनी सर्विसों का विस्तार करने के लिए नई योजना बनाई है। भारती एयरटेल एयरटेल ने सोमवार को कहा कि वह अपनी सर्विसों के बेहतर करने और 5G ट्रैफिक की नेटवर्क से जुड़ी जरूरतों में बढ़ोत्तरी को देखते हुए अपने मौजूदा मिड-बैंड स्पेक्ट्रम को नए सिरे से व्यव्थित कर रहा है।

एयरटेल की फ्यूचर प्लानिंग

एयरटेल ने कहा कि ग्राहकों को उसकी सर्विस पसंद आ रही हैं। दूसरी तरफ हम 5G नेटवर्क की ओर विस्तार कर रहे हैं। ऐसे में अपने नेटवर्क सिस्टम को बेहतर करना भी बहुत जरूरी है। बता दें, एयरटेल देशभर में अपने 1800, 2100, 2300 मेगाहर्ट्ज बैंड पर 5G सेवाओं का विस्तार करने के लिए अपने मिड-बैंड स्पेक्ट्रम का नए सिरे से तैयार कर रही है।

ग्राहकों को मिलेगी अच्छी स्पीड

मिड-बैंड स्पेक्ट्रम का उपयोग किए जाने पर ग्राहकों को बेहतर इनडोर कवरेज के अलावा पहले से अधिक तेज गति की ब्राउजिंग का लाभ मिलेगा। डेटा की बढ़ती मांग को देखते हुए एयरटेल ने अपने ग्राहकों को शानदार 5G अनुभव देने के लिए अपने मौजूदा स्पेक्ट्रम को तेज गति से नए सिरे से तैयार कर रहा है।

पहले जिस बैंड का उपयोग 4G सर्विस देने के लिए किया जा रहा था, अब उसी बैंड को बेहतर करके 5G सर्विस देने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। कंपनी ने कहा कि वह स्टैंड-अलोन टेक्नोलॉजी लॉन्च करने की भी तैयार कर रहे हैं। ऐसा करने के बाद एयरटेल नेटवर्क भारत में पहला नेटवर्क होगा जो स्टैंड-अलोन और नॉन-स्टैंडअलोन दोनों मोड पर काम करेगा।

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