NEET और NET परीक्षा में गड़बड़ी के बीच UPSE का नया प्रस्ताव, AI बेस्ड सीसीटीवी से होगी निगरानी
नीट और नेट परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं से जुड़े विवादों के बीच देश की प्रमुख भर्ती संस्था यूपीएससी ने अपने विभिन्न परीक्षणों में धोखाधड़ी और नकल को रोकने के लिए चेहरे की पहचान और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित सीसीटीवी निगरानी प्रणाली का उपयोग करने का फैसला लिया है। हाल ही में अनुभवी सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों से दो तकनीकी समाधान तैयार करने के लिए बोलियां आमंत्रित की गई हैं।
एजेंसी, नई दिल्ली। नीट और नेट परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं से जुड़े विवादों के बीच देश की प्रमुख भर्ती संस्था यूपीएससी ने अपने विभिन्न परीक्षणों में धोखाधड़ी और नकल को रोकने के लिए चेहरे की पहचान और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित सीसीटीवी निगरानी प्रणाली का उपयोग करने का फैसला लिया है।
परीक्षा प्रक्रिया के दौरान दो तकनीकों का होगा इस्तेमाल
हाल ही में अनुभवी सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों से दो तकनीकी समाधान तैयार करने के लिए बोलियां आमंत्रित की गई हैं।
पहला समाधान आधार बेस्ड फिंगर प्रिंट ऑथेंटिकेशन है और दूसरा उम्मीदवारों की चेहरे की पहचान और ई-एडमिट कार्ड की क्यूआर कोड स्कैनिंग। इन दोनों ही तकनीकों का इस्तेमाल परीक्षा प्रक्रिया के दौरान किया जा सकेगा।
संघ लोक सेवा आयोग के बारे में
बता दें, संघ लोक सेवा आयोग (UPSE), एक संवैधानिक निकाय है, जो 14 प्रमुख परीक्षाएँ आयोजित करता है। इसमें भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के अधिकारियों का चयन करने के लिए प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा भी शामिल है।इसके अलावा केंद्र सरकार के ग्रुप 'ए' और ग्रुप 'बी' पदों पर भर्ती के लिए हर साल कई भर्ती परीक्षाएँ, साक्षात्कार भी आयोजित करता है।
लेह, कारगिल, श्रीनगर, इंफाल, अगरतला, आइजोल और गंगटोक सहित अन्य प्रमुख शहरों में अधिकतम 80 केंद्रों पर आयोजित की जाने वाली ऐसी भर्ती में अनुमानित 26 लाख उम्मीदवारों के शामिल होने की उम्मीद है।