अलर्ट! Android फोन के लेटेस्ट वर्जन में भी प्राइवेट डेटा हो सकता है लीक, सिक्योरिटी के लिए करना होगा ये काम
Android phone may be at risk also if phone has latest Android version यूजर के लिए एंड्रॉइड के लेटेस्ट वर्जन के साथ साइबर फ्रॉड से जुड़ा खतरा कुछ कम हो सकता है लेकिन यह पूरी तरह से खत्म नहीं हो सकता है। लेटेस्ट एंड्रॉइड वर्जन के साथ ही हैकर्स यूजर की प्राइवेट और बैंकिंग जानकारियों पर सेंध लगा सकते हैं।
By Shivani KotnalaEdited By: Shivani KotnalaUpdated: Tue, 11 Jul 2023 10:04 AM (IST)
नई दिल्ली, टेक डेस्क। एंड्रॉइड यूजर के लिए लेटेस्ट वर्जन के साथ सिक्योरिटी से जुड़े खतरे कुछ कम हो सकते हैं, लेकिन नए वर्जन के साथ ही साइबर फ्रॉड से पूरी तरह नहीं बचा जा सकता है। अगर आप भी लेटेस्ट एंड्रॉइड वर्जन के साथ स्मार्टफोन का इस्तेमा कर रहे हैं तो ये जानकारी आपको चौंका सकती है।
स्मार्टफोन में लेटेस्ट एंड्रॉइड वर्जन के साथ भी हैकर्स आपके प्राइवेट डेटा को चुरा सकते हैं। भारत सरकार कंप्यूटर एमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम(Indian Computer Emergency Response Team) ने एक जरूरी जानकारी साझा की है।
हैकर्स लगा सकते हैं यूजर की जानकारियों पर सेंध?
दरअसल इंडियन कंप्यूटर एमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (Indian Computer Emergency Response Team)ने एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम में कई खामियों की जानकारी दी है। भारत सरकार के इस डिपार्टमेंट ने यूजर की प्राइवेट जानकारियों को हैकर्स और अटैकर्स द्वारा चुराए जाने के खतरे के बारे में बताया है।
हैकर्स एक अपडेट किए हुए एंड्रॉइड फोन से भी यूजर की जानकारियों को चुरा सकते हैं। सीईआरटी की एक लेटेस्ट रिपोर्ट में CIVN-2023-0194 नोट के साथ एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम के फ्रेमवर्क, सिस्टम, गूगल प्ले सिस्टम अपडेट, मीडियाटेक और क्वालकम में खामियों को पाया गया है।
एंड्रॉइड के कौन-से वर्जन में है खतरा?
इस रिपोर्ट में टारगेटेड एंड्रॉइड वर्जन के बारे में भी जानकारी दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक Android 11, Android 12, Android 12L, Android 13 वर्जन पर खतरा मंडराया है।