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WWDC 2023 में हुई एक नए युग की शुरुआत, Apple के बेमिसाल 45 साल, पढ़िए अब तक के विकास की कहानी

Apple ने अप्रैल में अपने 45 साल पूरे कर लिए और इसके साथ ही कंपनी ने WWDC 2023 को एक नए युग की शुरुआत के तौर पर पेश किया। यह एक नए तकनीकी के साथ आया है जो तकनीकी तो नया आयाम देगा। आइये इसके बारे में जाने। (जागरण फोटो)

By Ankita PandeyEdited By: Ankita PandeyUpdated: Tue, 06 Jun 2023 02:26 PM (IST)
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Apple WWDC 2023 new era of beginning with Apple completing 45 years of journey
नई दिल्ली, टेक डेस्क। Apple ने एक जोरदार शुरुआत के साथ WWDC 2023 का आयोजन किया, जिसमें कंपनी ने अपने नए सॉफ्टवेयर अपडेट्स के साथ-साथ अपने पहले मिक्स्ड रियालिटी हेडसेट को पेश किया है। ये एपल का सबसे बड़ा इवेंट है, जिसे इतने बड़े पैमाने पर हाइलाइट किया गया है।

अपने 45 साल की लंबी यात्रा में कंपनी ने कई उतार चढ़ाव देंखे। कंपनी के CEO टिम कुक ने 1 अप्रैल 2023 को कंपनी के 45 साल पूरे होने की जानकारी दी। इन 45 सालों में कंपनी ने कई बदलाव देंखे है, लेकिन अभी यह केवल शुरुआत है।

Apple के सीइओ Tim Cook ने 1 अप्रैल 2023 को अपने ट्विटर पोस्ट किया और लिखा कि भले ही आज (1अप्रैल) Apple 45 साल पूरे कर रहा है, मुझे कई साल पहले स्टीव के शब्द याद आ रहे हैं कि अब तक की यात्रा अद्भुत रही है, लेकिन अभी हमने बस शुरुआत की है।

कब हुई थी Apple की शुरुआत?

Apple ने 1 अप्रैल 1976 में अपनी शुरुआत की थी, तब किसी ने नहीं सोचा था कि यह एक ट्रिलियन डॉलर कंपनी बन जाएगी। हालांकि इसकी शुरुआत 2007 से ही हो गई है, जब कंपनी ने अपना पहला आईफोन लॉन्च किया था। इसके साथ कंपनी धीरे-धीरे अपने डिवाइस और अन्य अपडेट को समय-समय पर अपग्रेड करती रही।

कैसे बढ़ी कंपनी?

2007 के बाद से धीरे-धीरे कंपनी ने अपने iPad, Watch और अन्य डिवाइस को जोड़ना शुरू किया।आज Apple के हेडसेट का लॉन्च भले ही एक आम बात लग रही है, लेकिन आज इसको लॉन्च करना iPhone, iPod और मूल Macintosh की तरह Apple के इतिहास में जरूरी क्षणों में से एक होगा।  इस बार iPad, Apple वॉच और AirPods सभी Apple के लिए खास हैं, लेकिन वे बड़े अपडेट में नहीं गिने जाएंगे, वहीं मिक्स्ड रियालिटी हेडसेट इसका हिस्सा होगा।

कितना खास है WWDC 2023?

इस बार एपल ने अपने इस इवेंट को Code new worlds’ और ‘A new era begins, जैसे उपनामों से संबोधित किया है। ये दर्शाता है कि ये एपल हर साल एक नए तकनीकी के साथ नई शुरुआत में विश्वास रखता है। इस बार की नई तकनीक कंपनी का मिक्स्ड रियालिटी हेडसेट है।

Vision Pro की तकनीक

नया मिक्स्ड रियालिटी हेडसेट एक एल्यूमीनियम फ्रेम और ग्लास डिस्प्ले के साथ आता है, जिसे स्की गॉगल्स की तरह डिजाइन किया गया है। यह एक अलग बैटरी पैक के साथ आता है, जो डिवाइस के बाईं ओर एक केबल के माध्यम से जुड़ा होता है। यह तकनीकी डिवाइस की एक लंबी बैटरी लाइफ की गांरटी देती है।

इतना ही नहीं डिस्प्ले की मदद से ग्राफिकल एलीमेंट को देखकर डिवाइस को आंखों के माध्यम से कंट्रोल किया जा सकता है। यूजर्स अपनी उंगलियों को भी टैप कर सकते हैं और वस्तुओं को कंट्रोल करने के लिए वॉयस कमांड का उपयोग कर सकते हैं। ये एक एडवांस तकनीकी है, जो एपल ने कई सालों बाद पेश की है। यह कंपनी नए युग की शुरुआत का अवधारणा को परिभाषित करता है।

कैसे काम करता है हेडसेट

कंपनी के मुताबिक Apple विजन प्रो यूजर्स को आईसाइट नामक एक फीचर के साथ अपने आस-पास देखने की अनुमति देगा, जो एआर मोड में यूजर की आंखों को दिखाते हुए डिवाइस के चारों ओर कैमरा सेंसर का उपयोग करता है। इसके साथ ही दाहिने किनारे पर एक डायल है, जो एआर और वीआर मोड के बीच स्विच करने में मदद करेगा। यानी कि दो प्रीमियम टेक्नोलॉजी को इसमें एक साथ जोड़ा गया है।

कैसे खास हैं ये मिक्स्ड रियालिटी हैडसेट

भले ही Apple ने 45 साल पूरे कर लिए है, लेकिन कंपनी का कहना है कि Apple Vision pro एक नए युग की शुरुआत है। इसके साथ कंपनी ने तकनीकी को और अधिक मजबूत और यूजर के अनुभव को और बेहतर बनाने का प्रयास किया है।