क्या भारत के पास होगा खुद का ऑपरेटिंग सिस्टम? जानें कैसे करेगा काम
IIT Madras और प्रवर्तक टेक्नोलॉजीज फाउंडेशन द्वारा स्थापित एक कंपनी JNDK ऑपरेशंस प्राइवेट लिमिटेड ने BharOS नाम का एक ऑपरेटिंग सिस्टम विकसित किया है। बता दें कि यह एक नॉट फॉर प्रोफिट ऑर्गेनाइजेशन है। आइये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं। (जागरण फोटो)
By Ankita PandeyEdited By: Ankita PandeyUpdated: Fri, 20 Jan 2023 07:25 PM (IST)
नई दिल्ली, टेक डेस्क। सरकार के आत्मनिर्भर भारत सोच को नई दिशा देने की पहल के तौर पर IIT मद्रास ने एक मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम को विकसित किया है। इसकी मदद से भारत के पास अपना खुद का ऑपरेटिंग सिस्टम होगा। आइये इसके बारे में जानते हैं।
क्या है BharOS ?
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास द्वारा विकसित एक कंपनी JandK ऑपरेशंस ने मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम बनाया है, जो भारत के 1 बिलियन मोबाइल फोन यूजर्स के लिए लाभकारी हो सकता है। इस ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर का नाम 'BharOS' है। बता दें कि इस सॉफ्टवेयर को व्यावसायिक रूप से उपलब्ध स्मार्टफोन पर डाउनलोड किया जा सकता है और यह यूजर्स के लिए एक सुरक्षित वातावरण देता है।
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इन हैंडसेट पर करेगा काम
यह सिस्टम कमर्शियल ऑफ-द-शेल्फ हैंडसेट पर स्थापित किया जा सकता है। BharOS सेवाएं वर्तमान में उन संगठनों को दी जा रही हैं, जिनके पास कड़ी गोपनीयता और सुरक्षा आवश्यकताएं हैं और जिनके यूजर्स संवेदनशील जानकारी को संभालते हैं, जिसके लिए मोबाइल पर प्रतिबंधित ऐप्स पर गोपनीय संचार की आवश्यकता होती है।
ऐसे यूजर्स को निजी 5G नेटवर्क के माध्यम से निजी क्लाउड सेवाओं तक एक्सेस की जरूरत होती है। बता दें कि BharOS को JandK Operations Private Limited (JandKops) द्वारा विकसित किया गया था, जिसे IIT Madras में इन्क्यूबेट किया गया है।