ChatGPT जैसे AI टूल के लिये US जल्द ला सकता है नया नियम, प्राइवेसी को लेकर उठ रही मांग
US में राष्ट्रीय सुरक्षा और शिक्षा पर ChatGPT के बारे में सवाल उठ रहे हैं। राष्ट्रपति बिडेन ने पिछले सप्ताह व्हाइट हाउस में वैज्ञानिकों की एक सलाहकार परिषद के साथ इस विषय पर चर्चा की है। (फाइल फोटो जागरण)
By AgencyEdited By: Anand PandeyUpdated: Tue, 11 Apr 2023 09:46 PM (IST)
नई दिल्ली, टेक डेस्क। ChatGPT की पॉपुलैरिटी ने सबका ध्यान को अपनी तरफ खींचा है। ChatGPT को लेकर अमेरिका में बिडेन प्रशासन ने मंगलवार को कहा कि वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सिस्टम के लिए संभावित जवाबदेही और उसके उपायों पर लोगों की राय जानना चाहती है।
बता दें, US में राष्ट्रीय सुरक्षा और शिक्षा पर ChatGPT के बारे में सवाल उठ रहे हैं। 100 मिलियन एक्टिव यूजर के साथ ChatGPT फास्ट ग्रोइंग कंस्यूमर ऐप्लिकेशन बन गया है, जिसने अमेरिकी सांसदों का भी ध्यान आकर्षित किया है।
जो बिडेन ने AI को बताया खतरनाक
राष्ट्रीय दूरसंचार और सूचना प्रशासन की एजेंसी जो दूरसंचार और सूचना नीति पर व्हाइट हाउस को सलाह देती है, वो AI को लेकर जवाबदेही चाहती है। एजेंसी जानना चाहती है कि क्या ऐसे उपाय हैं जो आश्वासन दे सके कि एआई सिस्टम कानूनी, प्रभावी, नैतिक, सुरक्षित और भरोसेमंद हैं।
राष्ट्रपति बिडेन ने पिछले सप्ताह व्हाइट हाउस में वैज्ञानिकों की एक सलाहकार परिषद के साथ इस विषय पर चर्चा की। राष्ट्रपति जो बिडेन ने पिछले हफ्ते कहा था कि यह देखा जाना बाकी है कि AI खतरनाक है या नहीं। उन्होंने कहा था कि टेक कंपनियों की जिम्मेदारी है, कि वो AI टूल पब्लिक करने से पहले पहले उसके बारे में अच्छे से रिसर्च करें।
GPT-4 की नई कमर्शियल रिलीज पर लगी रोक
NTIA ने एक रिपोर्ट का मसौदा तैयार करने की योजना बनाई है। एक टेक एथिक्स ग्रुप, सेंटर फॉर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड डिजिटल पॉलिसी, ने यूएस फेडरल ट्रेड कमीशन से OpenAI को GPT-4 की नई कमर्शियल रिलीज जारी करने से रोकने के लिए कहा है। उन्होंने कहा है कि AI प्राइवेसी और सिक्योरिटी के मामले में खतरनाक है।