फाइल शेयरिंग से लेकर स्मार्ट होम डिवाइस को कंट्रोल करने तक, Bluetooth से कर सकते हैं कई काम
Bluetooth Technologyब्लूटूथ एक वायरलैस टेक्नोलॉजी के रूप में जानी जाती है। इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल बहुत से कामों के लिए किया जा सकता है। एक समय परब्लूटूथ ही फाइल शेयरिंग का एक पॉपुलर तरीका होता था। (फोटो- जागरण ग्राफिक्स)
नई दिल्ली, टेक डेस्क। एक डिवाइस से दूसरे डिवाइस में डेटा ट्रांसफर करने की बात हो या ऑडियो स्ट्रीमिंग की, हर यूजर को ब्लूटुथ सेंटिग की जरूरत ही महसूस होती है। हर डिवाइस में मौजूद इस वायरलैस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल एक लंबे समय से किया जा रहा है। इस आर्टिकल में आपको ब्लूटूथ से जुड़ी सभी जरूरी बातों को बताने जा रहे हैं-
कैसे हुई थी हुई वायरलैस टेक्नोलॉजी की शुरुआत?
ब्लूटूथकी शुरुआत की बात करें तो साल 1996 से इस टेक्नोलॉजी का इतिहास शुरू होता है। इस साल तीन अलग-अलग इंडस्ट्री इंटेल, नोकिया और एरिक्शन के लीडर्स ने इस तरह की टेक्नोलॉजी की जरूरत महसूस की। हालांकि, उस दौरान इस शॉर्ट रेंज रेडियो टेक्नोलॉजी की जरूरत इन इंडस्ट्री के बीच कनेक्टिविटी के लिए समझी गई थी।
इस टेक्नोलॉजी को लाने का श्रेय Jim Kardach को जाता है। इस टेक्नोलॉजी को ब्लूटूथ नाम Jim Kardach ने ही दिया था। Jim Kardach की पहचान आज ब्लूटूथ स्पेशल इंटरेस्ट ग्रुप के को-फाउडिंग चेयरमैन के रूप में होती है।
कितने तरीकों से कर सकते हैं ब्लूटूथ का इस्तेमाल?
मोबाइल डेटा और वाईफाई कनेक्शन शेयरिंग में ब्लूटूथ मददगार
ब्लूटूथ का इस्तेमाल किसी एक डिवाइस से दूसरे डिवाइस में मोबाइल डेटा और वाईफाई कनेक्शन शेयर करने के लिए किया जा सकता है। यह सुविधा ब्लूटूथ टीथरिंग कहलाती है। खास कर मोबाइल से पीसी में नेट कनेक्ट करने के लिए इस सुविधा का फायदा लिया जा सकता है।
फाइल ट्रांसफर करने में काम आता है ब्लूटूथ
ब्लूटूथ का इस्तेमाल एक डिवाइस से दूसरे डिवाइस में फाइल शेयरिंग के लिए किया जाता है। एक स्मार्टफोन से दूसरे स्मार्टफोन में फाइल शेयरिंग का यह तरीका सालों पहले काफी पॉपुलर था। इसी तरह एक यूजर अपने पीसी और स्मार्टफोन के बीच फाइल ट्रांसफर करने के लिए भी ब्लूटूथ का इस्तेमाल कर सकता है।
मल्टीप्लेयर मोबाइल गेम्स खेलने में काम आता है ब्लूटूथ
ब्लूटूथ का इस्तेमाल मल्टीप्लेयर मोबाइल गेम्स खेलने में भी किया जा सकता है। इंटरनेट कनेक्शन से अलग ब्लूटूथ पर खेले जाने वाले गेम्स की ऐप स्टोर में भरमार मिलती है।
गूगल प्ले स्टोर से भी ऐसे गेम्स डाउनलोड किए जा सकते हैं, जिनमें दूसरे प्लेयर को जोड़ने के लिए ब्लूटूथ का इस्तेमाल किया जाता है।
फोन और पीसी ही नहीं, इन डिवाइस को भी कन्नेक्ट करने में ब्लूटूथ मददगार
ब्लूटूथ वायरलैस टेक्नोलॉजी है, ऐसे में यह टेक्नोलॉजी अलग-अलग डिवाइस को कनेक्ट करने में काम आती है। ब्लूटूथ की मदद से यूजर पीसी और स्मार्टफोन से माउस, की-बोर्ड, प्रिंटर, गेमपैड्स को कनेक्ट कर सकता है।
स्मार्ट होम डिवाइस को कंट्रोल करने में मददगार
यूजर ब्लूटूथ की मदद से स्मार्ट होम डिवाइस को कंट्रोल कर सकता है। अमेजन इको और गूगल होम डिवाइस को स्मार्टफोन से कनेक्ट करने में ब्लूटूथ सेटिंग ही काम आती है। स्मार्टफोन की मदद से घर की सिक्योरिटी के लिए डोर लॉक और अनलॉक करने जैसे स्मार्ट डिवाइस में भी ब्लूटूथ इंटीग्रेशन मिलता है।
ब्लूटूथ के कितने वर्जन?
यह वायरलेस टेक्नोलॉजी समय के साथ नए अपडेट और सुधार के साथ बेहतर बनाते हुए अलग-अलग वर्जन के साथ पेश की जाती है। साल 1999 में ब्लूटूथ का पहला वर्जन लाया गया था। ब्लूटूथ टेक्नोलॉजी रेंज यानी दूरी के आधार पर काम करती है। हर बार एक नए वर्जन के साथ ब्लूटूथ की रेंज को बढ़ाने की कोशिश की जाती है।
वर्तमान में ब्लूटूथ 5.3 का इस्तेमाल किया जाता है। साल 2016 में ब्लूटूथ के पांचवे वर्जन को रिलीज किया गया था। इससे पहले साल 2010 में ब्लूटूथ वर्जन 4 को लाया गया था। ब्लूटूथ का तीसरा वर्जन साल 2009 में रिलीज किया गया था और दूसरा वर्जन 2005 में रिलीज किया गया था।