BSNL 4G: ग्राहकों के लिए खुशखबरी, तेज इंटरनेट सर्विस से लैस होंगे एक लाख मोबाइल टावर
MOS Updates on Indigenous BSNL 4G Services बीएसएनएल बहुत जल्द अपने यूजर्स के लिए फास्ट इंटरनेट सेवाओं को रोलआउट करने जा रहा है। कंपनी इस कड़ी में तेजी से काम कर रही है। संचार राज्य मंत्री देवसिंह चौहान ने एक नया अपडेट जारी किया है। (फोटो- जागरण)
By Jagran NewsEdited By: Shivani KotnalaUpdated: Tue, 09 May 2023 04:30 PM (IST)
नई दिल्ली, टेक डेस्क। भारत संचार निगम लिमिटेड बहुत जल्द अपने यूजर्स को बेहतरीन इंटरनेट टेक्नोलॉजी की सेवाएं देने जा रहा है। कंपनी अपने यूजर्स को 4G सेवाएं देने की पूरी तैयारियों में है। इसके लिए भी तेजी से काम किया जा रहा है। इसी कड़ी में संचार राज्य मंत्री देवसिंह चौहान ने नया अपडेट जारी किया है।
नई सर्विस के लिए तेजी से चल रहा काम
संचार राज्य मंत्री देवसिंह चौहान ने कहा कि मंत्रियों के समूह ने एक लाख बीएसएनएल 4G साइटों की तैनाती को मंजूरी दे दी है। राज्य मंत्री ने कहा कि 4G का काम चल रहा है और विभिन्न साइटों की पहचान की गई है। उन्होंने कहा कि यूजर्स के लिए इन सेवाओं को सरकार जल्द से जल्द लाना चाहती है।
अपनी बात आगे बढ़ाते हुए संचार राज्य मंत्री देवसिंह चौहान ने कहा कि एक लॉजिस्टिक्स सेवा प्रदाता के रूप में इंडिया पोस्ट सरकार के ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स के साथ साझेदारी कर रहा है।
4जी सेवाओं को आने में इसलिए लग रहा समय
दरअसल संचार राज्य मंत्री देवसिंह चौहान ने कहा है कि बीएसएनएल स्वदेशी 4G तकनीक के साथ आ रहा है। यही वजह है कि यूजर्स तक इन सेवाओं को पहुंचने में एक लंबा समय लग रहा है। हालांकि, सरकार की कोशिशें हैं कि यह सुविधा जल्द से जल्द यूजर्स तक पहुंचाई जाए।किस कार्यक्रम का हिस्सा बने थे मंत्री
बता दें, संचार राज्य मंत्री लॉजिस्टिक सेवाओं के लिए इंडिया पोस्ट (India Post), कैट (CAIT) और तृप्ता टेक्नोलॉजी (Tripta Technologies) के त्रिपक्षीय समझौता के एलान कार्यक्रम का हिस्सा बने थे। इस कार्यक्रम के मौके पर संचार राज्य मंत्री देवसिंह चौहान ने रिपोर्टर से बात की और 4G सेवाओं को लेकर अपडेट दिया।
कार्यक्रम पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि समझौता ज्ञापन भारतीय डाक के विशाल नेटवर्क का लाभ उठाकर छोटे व्यवसायों के लिए माल की डिलीवरी को सक्षम करने में महत्वपूर्ण होगा।उन्होंने 5G सेवाओं पर भी अपनी बात रखते हुए कहा कि इन सेवाओं को 800 से अधिक जिलों में पहुंचा दिया गया है। विश्व स्तर पर देखा जाए तो किसी अन्य देश ने इतनी तेजी से 5जी रोल-आउट हासिल नहीं किया है। यह अपने आप में भारत की एक बड़ी उपलब्धि है।