BSNL कंपनी हो सकती है बंद, सरकार ने दिए निर्देश! जानें क्यों
BSNL के मुख्य अधिकारियों ने दूरसंचार सचिव अरुणा सुंदरराजन से मुलाकात की जिसके बाद सरकार ने यह निर्देश दिए हैं। इस बात की जानकारी एक रिपोर्ट में दी गई है
By Shilpa Srivastava Edited By: Updated: Thu, 14 Feb 2019 09:44 AM (IST)
नई दिल्ली (टेक डेस्क)। सरकारी क्षेत्र की टेलिकॉम कंपनी BSNL लाभकारी यानी प्रॉफिटेबल नहीं रही है। ऐसे में अब सरकार ने कथित तौर पर कंपनी को बंद करने सहित सभी विकल्पों का पता लगाने के लिए कहा है। आसान भाषा में समझा जाए तो अगर सब कुछ असफल हो जाता है तो सरकार BSNL को बेच या बंद कर सकती है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, BSNL के मुख्य अधिकारियों ने दूरसंचार सचिव अरुणा सुंदरराजन से मुलाकात की जिसके बाद सरकार ने यह निर्देश दिए हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, अरुणा सुंदरराजन से मुलाकात के दौरान, अनुपम श्रीवास्तव ने कहा कि कंपनी की मौजूदा वित्तीय स्थिति, नुकसान, Jio की एंट्री का प्रभाव, स्वैच्छिक रिटायरमेंट योजना की संभावनाएं और कर्मचारियों के लिए पहले रिटायरमेंट की योजना के बारे में बात की। सरकार ने कहा है कि BSNL को एक नोट बनाना होगा जिसमें यह बताया जाएगा कि कंपनी बंद होने के बाद क्या होगा। सरकार ने कंपनी से कुछ अन्य विकल्पों को भी तलाशने की बात कही है जिसमें कंपनी के स्ट्रेटेजित विनिवेश आदि शामिल हैं। कंपनी से इन सभी विकल्पों पर तुलनात्मक विश्लेषण पेश करने को कहा है।
वर्ष 2016-17 में BSNL को 4793 करोड़ का नुकसान हुआ है। यह पहली बार नहीं है जब कंपनी घाटे में हो, कंपनी पिछले तीन साल से लगातार घाटे में चल रही है। फिलहाल कंपनी ने वर्ष 2017-18 के वित्तीय परिणामों की घोषणा नहीं की है। डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक एंटरप्राइसेज द्वारा दी गई गाइडलाइन्स के मुताबिक, BSNL को Incipient Sick बताया गया है।
BSNL का कहना है कि भले ही उसके पास बड़ी संख्या में ग्राहक हों लेकिन फिर भी कुछ कारणों के चलते वो Jio, Airtel और Vodafone जैसी कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाया है। पिछले कुछ वर्षों में कंपनी अपने नेटवर्क पर 4जी पर अपग्रेड करने में असफल रहा है। अगर इसमें कंपनी असफल न होती तो वो अपने प्रतिद्वंदियों से मुकाबला कर सकती थी। यही नहीं कंपनी को उसे फाइबर ब्रॉडबैंड सेवा को रोलआउट करने के लिए भी मुश्किलों क सामना करना पड़ा।