Fire Safety Tips: छोटी-सी चूक बन सकती है घर में आग का कारण, ये टिप्स कम करेंगे जोखिम
गर्मियों के दिनों में घरों और फ्लैट में आग लगने की घटनाएं बढ़ जाती है। अक्सर इन घटनाओं के पीछे बिजली से चलने वाले उपकरण और गलत वायरिंग होते हैं। कई बार ओवरलोडिंग के चलते भी घरों में बिजली के तारों में शॉर्ट सर्किट के चलते आग लग जाती है। ऐसे में कुछ जरूरी सावधानी बरतकर बिजली से लगने वाली आग से बचा जा सकता है।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। भारत समेत दुनियाभर में भीषण गर्मी पड़ रही है। ऐसे में आग लगने की घटनाएं तेजी से बढ़ती हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों की बात करें तो हर साल देशभर में आग की घटनाओं के चलते करीब 25 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है।
गर्मियों के मौसम में घरों में इलेक्ट्रिक अप्लायंसेज जैसे एसी, फ्रिज, कूलर और पंखों का इस्तेमाल बढ़ जाता है। गलत वायरिंग और ओवरलोडिंग के चलते घर में आग लगने का जोखिम बढ़ जाता है। आज इस आर्टिकल में हम बिजली से लगने वाली आग लगने से बचाव और सावधानी के बारे में जानकारी शेयर कर रहे हैं।
घरों में बिजली से कैसे लगती है आग
घरों या फ्लैट में लगने वाली आग के कारणों में बिजली भी प्रमुख है। गर्मियों के दिनों में ओवरलोडिंग, शॉर्ट सर्किट, गलत तरीके से की वायरिंग और घटिया इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के चलते घरों में बिजली से आग लग जाती है। अगर आग से बचाव की सावधानियों का पालन नहीं किया गया तो यह आग जानलेवा भी हो सकती है।सावधानियां बरत कर आग लगने की दुर्घटनाओं को कम किया जा सकता है। यहां हम आपके साथ बिजली के कारण घरों में लगने वाली आग और जोखिम के बारे में जानकारी के साथ-साथ रोकथाम के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
बिजली कनेक्शन और वायरिंग
- बिजली से लगने वाली आग अक्सर शॉर्ट सर्किट के चलते लगती है। घर की वायरिंग के दौरान हमें उच्च गुणवत्ता और हाई हीट रेजिस्टेंस वायर का इस्तेमाल करना चाहिए। लो क्वालिटी के तार गर्मियों में ओवरलोड के कारण पिघल जाते हैं, जिससे शॉर्ट सर्किट का जोखिम बढ़ जाता है।
- जहां भी बिजली के दो तार आपस में जोड़ रहे हो, तो इस बात का ध्यान रखें कि कनेक्शन ढीला न रहे। अक्सर ढीले कनेक्शन में स्पार्क होता रहता है, जिससे आग लग सकती है। इसके साथ ही स्विच और सॉकेट के कनेक्शन भी टाइट होने चाहिए।
- घर की वायरिंग के दौरान अर्थिंग का ध्यान रखें। इसके साथ ही फेज और न्यूट्रल वायर की कलर कोड के अनुसार ही बिजली की सप्लाई दें।
- गर्मियों में घरों में बिजली के उपकरणों का इस्तेमाल बढ़ जाता है। ऐसे में ओवरलोडिंग से बचे और कनेक्शन और घर की वायरिंग की क्षमता के अनुसार ही बिजली के उपकरण चलाएं।
- उदाहरण के लिए - एक ही सॉकेट से कई सारे उपकरण न चलाएं। सामान्य 5A (एम्पियर) सॉकेट में ज्यादा वोल्टेज वाला उपकरण न चलाए। इससे वायर गर्म होकर पिघल सकती है, जिससे घर में आग भी लग सकती है।
- सॉकेट से कनेक्शन ले रहे हो तो सीधे तार न डालें। अच्छी क्वालिटी के प्लग का इस्तेमाल करें। इसके साथ ही एक सॉकेट से मल्टीपल कनेक्शन से बचें।
घटिया इलेक्ट्रॉनिक उपकरण
- घरों में बिजली से लगने वाली आग का प्रमुख करण इलेक्ट्रॉनिक उपकरण होते हैं। ऐसे में हाई क्वालिटी वाले स्विच, सॉकेट और प्लग का इस्तेमाल करें।
- घर में यूज होने वाले इलेक्ट्रॉनिक उपकरण आईएसआई (इंडियन स्टैंडर्ड इंस्टीट्यूट) मार्क हो इस बात का ध्यान रखें।
- घर के बिजली की वायरिंग के दौरान हाई क्वालिटी के फ्यूज और एमसीबी का इस्तेमाल करें।
शॉर्ट सर्किट होते ही तुरंत बंद करें बिजली कनेक्शन
- अगर शॉर्ट सर्किट या किसी भी तरह से बिजली से आग लगे तो तुरंत बिजली का कनेक्शन बंद कर देना है। इससे आप बिजली से चलने वाले उपकरणों को आग की चपेट में आने से रोक सकते हैं।
- अगर किसी उपकरण में आग लग जाए बुझाने के लिए पानी बिजली कनेक्शन बंद होने के बाद ही डालें। चालू कनेक्शन के दौरान पानी डालने पर आपको बिजली का झटका लग सकता है।
- इलेक्ट्रॉनिक अप्लायंसेज में लगी आग बुझाने के लिए कंबल का इस्तेमाल सुरक्षित हो सकता है। इससे ऑक्सीजन सप्लाई रोककर आग पर आसानी से काबू पाया जा सकता है।