Mozilla Firefox का करते हैं इस्तेमाल तो सावधान, हैकर्स आसानी से कर सकते हैं सेंधमारी
मोजिला फायरफॉक्स वेब ब्राउजर का इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए खतरे की घंटी है। इस ब्राउजर और मोजिला के दूसरे प्रोडक्ट को लेकर सरकारी एजेंसी इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने चेतावनी जारी की है। मोजिला फायरफॉक्स में मौजूद कई खामियों का जिक्र किया गया है। इन खामियों का फायदा उठाकर हैकर्स यूजर्स का जरूरी डेटा चोरी कर सकते हैं।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने Mozilla Firefox यूजर्स के लिए चेतावनी जारी की है। इंटरनेट यूजर्स के लिए अपनी लेटेस्ट एडवायजरी में CERT-In ने वेब ब्राउजर मोजिला फायरफॉक्स में मौजूद कई खामियों का जिक्र किया गया है। इसके साथ ही सरकारी एजेंसी ने यूजर्स को अपने डिवाइस की सिक्योरिटी के लिए जल्द से जल्द एक्शन लेने के लिए कहा है। इस एडवायजरी में जिक्र किया गया है। इसमें कहा गया है कि हैकर्स इन खामियों का फायदा उठाकर यूजर्स के महत्व डेटा चोरी कर सकते हैं।
CERT-In की ओर से जारी एडवायजरी नोट CIVN-2024-0317 में मोजिला के दूसरे प्रोडक्ट जैसे Firefox, Firefox ESR, और Thunderbird में मौजूद खामियों का भी जिक्र किया गया है। ये खामियां Mozilla Firefox के 131 और उससे पहले के वर्जन, Firefox ESR (Extended Support Release) के 128.3 और 115.16 से पहले के वर्जन और Thunderbird के वर्जन 128.3 और 131 उससे पहले के वर्जन में देखने को मिले हैं।
कौन-कौन से सॉफ्टवेयर हैं इफेक्टेड
CERT-In ने अपनी एडवायजरी में बताया गया है कि मोजिला के प्रोडक्ट दोनों मोबाइल और पर्सनल कंप्यूटर दोनों में ये खामियां मिली हैं। यहां हम उन सभी सॉफ्टवेयर की लिस्ट जारी कर रहे हैं, जिनमें ये खामियां मिली हैं।- Mozilla Firefox: वर्जन 131 या उससे पहले के
- Mozilla Firefox ESR: वर्जन 128.3 और वर्जन 115.16 उससे पहले के
- Mozilla Thunderbird: वर्जन 128.3 और वर्जन 131 उससे पहले
इस एडवायजरी के मुताबिक, Mozilla Firefox और Thunderbird में मौजूद इन खामियों का अटैकर्स आसानी से फायदा उठाकर स्कैम को अंजाम दे सकते हैं। हैकर्स सिक्योरिटी फीचर्स को बायपास कर साइट इसोलेशन के जरिए कंटेंट प्रोसेस कर सकते हैं। इसके साथ हैकर्स डाउनलोडिंग फाइल के ट्रू नेचर को हाइड कर उनका फाइल नाम बदलने के साथ-साथ फाइल चेंज इन्हें वायरस से रिप्लेस कर सकते हैं।
इसके साथ ही स्कैमर वेबसाइट में क्लिकजैकिंग टेक्नीक के जरिए खतरनाक और वायरस इन्जेक्ट कर सकते हैं। इतना ही नहीं इन खामियों का फायदा उठाकर स्कैमर्स ट्रिगरिंग डिनायल ऑफ सर्विस (DoS) अटेक्स से WebTransport रिक्वेस्ट चेंज कर सकते हैं। इसके साथ ही मैमोरी सेफ्टी बग के जरिए वे किसी भी सिस्टम को कंट्रोल कर सकते हैं।
अगर आप भी मोजिला के ऊपर बताए प्रोडक्ट का इस्तेमाल करते हैं, तो तुरंत इन्हें अपडेट कर लें। यहां हम आपको मोजिला के प्रोडक्ट्स अपडेट करने का तरीका शेयर कर रहे हैं।