दिसंबर तक दस्तक देगा Jio का नया एंड्राइड स्मार्टफोन, खत्म होगा भारतीय स्मार्टफोन मार्केट पर चीन का दबदबा
Jio की ओर से Google के एंड्राइड बेस्ड प्लेटफॉर्म पर करीब 10 करोड़ लो-कॉस्ट स्मार्टफोन की मैन्यूफैक्चरिंग की जा रही है।
By Saurabh VermaEdited By: Updated: Wed, 09 Sep 2020 03:12 PM (IST)
नई दिल्ली, टेक डेस्क. Jio फीचर फोन बनाने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज की टेलीकॉम यूनिट Jio अब स्मार्टफोन की दुनिया में दस्तक देने जा रही है। Jio की तरफ से सस्ता एंड्राइड पावर्ड स्मार्टफोन लाया जाएगा। Jio का नया स्मार्टफोन 4G और 5G टेक्नोलॉजी को सपोर्ट करेगा। Jio के इस एंड्राइड पावर्ड स्मार्टफोन की दिसंबर तक लॉन्चिंग हो सकती है। Jio की ओर से Google के एंड्राइड बेस्ड प्लेटफॉर्म पर करीब 10 करोड़ लो-कॉस्ट स्मार्टफोन की मैन्यूफैक्चरिंग की जा रही है।
कई शानदार डेटा पैक के साथ आएगा नया स्मार्टफोन बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक Jio का एंड्राइड स्मार्टफोन कई शानदार डाटा पैक के साथ आएगा। रिपोर्ट के मुताबिक फोन को इस साल दिसंबर या फिर अगले साल की शुरुआत में लॉन्च किया जा सकता है। बता दें कि रिलायंस भारत की मोस्ट वैल्यूड कंपनी है। इसकी डिजिटल यूनिट में Alphabet कंपनी की Google की तरफ से इस साल जुलाई में करीब 33,102 करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान किया गया था। मुकेश अंबानी के कंट्रोल वाली रिलायंस ने जुलाई में कहा था कि Google की तरफ से एक एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) विकसित किया जा रहा है, जिस पर बेस्ड 4G और 5G स्मार्टफोन को रिलायंस डिजाइन करेगी।
चीन कंपनियों को लगेगा जोरदार झटका Jio के नए स्मार्टफोन के आने से चीनी स्मार्टफोन कंपनियों जैसे Xiaomi, Realme, Oppo और Vivo को जोरदार झटका लग सकता है, जो भारत के लो-कॉस्ट स्मार्टफोन मार्केट में काफी दबदबा रखती हैं। इन चीनी कंपनियों का करीब 14,713 करोड़ रुपये (2 बिलियन डॉलर) के भारतीय मार्केट पर कब्जा है। इसमें से स्मार्टफोन की हिस्सेदारी करीब 7,360 करोड़ रुपये की है।
Jio फोन का भारत में रहा जलवा रिलायंस की तरफ से साल 2017 में Jio फीचर फोन को लॉन्च किया गया था। भारत में मौजूदा वक्त में Jio Phone के 100 मिलियन से ज्यादा यूजर हैं। इसमें से ज्यादातर पहली बार इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं। रिलायंस की तरफ से हर भारतीय तक स्मार्टफोन पहुंचाने का लक्ष्य तय किया गया है। बता दें कि रिलायंस ने 1,52,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए अपनी डिजिटल आर्म की 33 फीसदी हिस्सेदारी को बेच दिया गया है. और Facebook, Intel और Qualcomm को साझेदारी बनाया है।