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Online Fraud के हुए है शिकार, तुरंत इस नंबर पर करें कॉल, मिल सकता है पैसा वापस

Online Fraud के मामलों में तेजी को देखते हुए Delhi Police की साइबरक्राइम विभाग की ओर से एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। इस नंबर पर लोग कॉल करके ऑनलाइन धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करा सकते हैं। पुलिस का कहना है कि विक्टिम की तत्काल सहायता की जाएगी।

By Ajay VermaEdited By: Updated: Sun, 29 Aug 2021 08:17 AM (IST)
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बैंकिंग फ्रॉड की प्रतिकात्मक फाइल फोटो पिक्सा बे की है

नई दिल्ली, टेक डेस्क। भारत में पिछले कई महीनों में e-KYC और इससे जुड़े फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़े हैं। ऐसे में ऑनलाइन पेमेंट (Online Payment) करते समय बेहद सावधान रहने की जरूरत है। ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों पर रोक लगाने के लिए दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के साइबरक्राइम विभाग ने एक नंबर जारी किया है, जिसपर लोग कॉल करके ऑनलाइन फ्रॉड (Online Fraud) की शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

दिल्ली पुलिस ने 155260 नंबर जारी किया है। इस नंबर पर लोग ऑनलाइन ठगी की शिकायत दर्ज करा सकते हैं। पुलिस का कहना है कि ऑनलाइन ठगी के शिकार हुए व्यक्ति की पूरी मदद की जाएगी। इस नंबर पर तुरंत कॉल करने से पैसे वापस भी मिल सकते हैं।

इन राज्यों में एक्टिव है हेल्पलाइन नंबर

दिल्ली, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और उत्तराखंड में हेल्पलाइन नंबर का इस्तेमाल किया जा सकता है।

इन बैंक और ई-वॉलेट से जुड़ा है हेल्पलाइन नंबर

गृह मंत्रालय के अनुसार, हेल्पलाइन नंबर सरकारी-प्राइवेट सेक्टर के लगभग सभी बैंक और ई-वॉलेट से जुड़ा है। इनमें एसबीआई, पंजाब नैशनल, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया, यूनियन, एचडीएफसी, ICICI, ऐक्सिस, येस और कोटक महिंद्रा बैंक के साथ-साथ पेटीएम, फोनपे, MobiKwik, फ्लिपकार्ट और ऐमजॉन जैसे ई-वॉलेट शामिल हैं।

Online Transaction करते समय इन बातों का रखें ध्यान

पेमेंट के लिए पब्लिक वाई-फाई या साइबर कैफे का न करें इस्तेमाल :- आपको अपनी बैंक में जामी राशि सुरक्षित रखनी है, तो आप भूलकर भी पब्लिक वाई-फाई और साइबर कैफे का उपयोग न करें। ऐसा न करने से आपका बैक अकाउंट खाली हो सकता है। ध्यान रखें कि ऑनलाइन पेमेंट हमेशा अपने प्राइवेट वाई-फाई या मोबाइल नेटवर्क के जरिए करें। साथ ही कैशे मेमरी भी जरूर क्लियर करें। इससे आपका बैंक खाते में जमा राशि सुरक्षित रहेगी।

अपने कार्ड की डिटेल सेव करने से बचें :- देखा गया है कि लोग खरीदारी करने के बाद ऑनलाइन पेमेंट करने के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर जल्दबाजी में अपने कार्ड की डिटेल सेव कर देते हैं। ऐसा करना खतरनाक साबित हो सकता है। हमेशा ध्यान रखें कि ऑनलाइन ट्रांसजेक्शन करने के बाद अपने कार्ड की डिटेल एंटर न करें। अगर कार्ड की जानकारी दर्ज कर दी है तो उसे तुरंत डिलीट करें। ऐसा करने से हैकर्स आपके बैंक अकाउंट तक नहीं पहुंचेंगे।

वेबसाइट के URL पर दें ध्यान :- ऑनलाइन पेमेंट करते समय वेबसाइट के यूआरएल पर जरूर ध्यान दें। यूआरएल में Http की जगह Https होना चाहिए। यहां S का मतलब है कि यह वेबसाइट सुरक्षित है। आप यहां से पेमेंट कर सकते हैं। यदि यूआरएल में S नहीं दिखता है, तो भूलकर भी वहां से ऑनलाइन ट्रांसजेक्शन न करें।