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इंसान नहीं, एलियन हैं Elon Musk; सोशल मीडिया पर बहुत जल्द दुनिया को मिलेगा इस बात का सबूत

मस्क ने माना कि कुछ लोगों को लगता है कि वे इंसान नहीं बल्कि एक एलियन हैं। इसके बाद वे अपने चेहरे को सीधा कर अपनी पलकों को झपकाते हुए ये मानते हैं कि हां वे एक एलियन हैं।वे कहते हैं कि मैं अक्सर लोगों को यह बताता रहता हूं कि मैं एक इंसान नहीं एलियन हूं। मेरे बार-बार कहने बताने के बावजूद भी लोग मेरा यकीन नहीं करते।

By Shivani Kotnala Edited By: Shivani Kotnala Updated: Mon, 27 May 2024 08:42 AM (IST)
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इंसान नहीं, एलियन हैं मस्क, जल्द देंगे सोशल मीडिया पर सबूत
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली।  टेस्ला सीईओ एलन मस्क कभी अपनी सोशल मीडिया पोस्ट तो कभी अपने बयानों की वजह से चर्चा में बने ही रहते हैं। एक हालिया मामले में मस्क ने खुद को एलियन कहा है। दरअसल, एलन मस्क ने Viva Tech event में एक इंरव्यू के दौरान यह दावा किया कि है कि वे एक एलियन हैं।

मस्क ने माना कि कुछ लोगों को लगता है कि वे इंसान नहीं, बल्कि एक एलियन हैं। इसके बाद वे अपने चेहरे को सीधा कर अपनी पलकों को झपकाते हुए ये मानते हैं कि हां वे एक एलियन हैं।

जब होस्ट ने पूछा मस्क से सवाल

इंटरव्यू के दौरान, होस्ट ने मस्क (Elon Musk) से पूछा कि कुछ लोगों को लगता है कि वे एक एलियन हैं। इस पर मस्क जवाब देते हैं कि हां मैं एक एलियन हूं।

वे कहते हैं कि मैं अक्सर लोगों को यह बताता रहता हूं कि मैं एक इंसान नहीं, एलियन हूं। मेरे बार-बार कहने बताने के बावजूद भी लोग मेरा यकीन नहीं करते।

मस्क का केवल दावा ही नहीं है कि वे एक एलियन बल्कि इस बार उन्होंने सोशल मीडिया पर इसका सबूत देने की बात भी कही है।

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एआई और इंसानों के बारे में कही ये बातें

मस्क ने इंसानों और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर भी अपना मत रखा। वे मानते हैं कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंसानों की वजह से ही किसी काम के साबित होते हैं।

मस्क ने एआई के काम करने के तरीके को इंसानों के दिमाग से तुलना कर समझाने की कोशिश की। वे कहते हैं इंसानी दिमाग के दो मेन पार्ट लिम्बिक सिस्टम और कॉर्टेक्स होते हैं।

लिम्बिक सिस्टम जो कि इंसानों की फीलिंग्स को कंट्रोल करता है वहीं, कॉर्टेक्स जो कि इंसानों के सोचने और योजना बनाने को हैंडल करता है। कॉर्टेक्स की कोशिश होती है कि लिम्बिक सिस्टम हमेशा खुश रहे।

यह एआई के साथ भी ठीक इसी तरह है। एआई कॉर्टेक्स की तरह काम करता है, जो कि लिम्बिक सिस्टम के रूप में इंसानों को खुश करने की कोशिश करता है।