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खत्म होगा अलग-अलग चार्जर का झंझट, हर स्मार्टफोन के लिए एक होगा चार्जर, अभी मार्केट में मौजूद हैं ये 6 तरह के चार्जर

यूरोपियन यूनियन से नया कानून पारित हो जाता है तो स्मार्टफोन निर्माताओं को 24 माह के अंदर इसे लागू करना होगा। हालांकि Apple की तरफ से यूरोपियन यूनियन के इस फैसले का विरोध किया जा रहा है। उसका कहना है कि इस तरह के फैसले से इनोवेशन खत्म हो जाएगा।

By Saurabh VermaEdited By: Updated: Mon, 27 Sep 2021 09:18 AM (IST)
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यह USB Type C चार्जर की प्रतीकात्मक फाइल फोटो है।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। मौजूदा वक्त में स्मार्टफोन, इयरबड्स, टैबलेट, गेमिंग कंसोल समेत अलग-अलग इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के लिए अलग चार्जर मौजूद हैं। जिसकी वजह से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की लागत बढ़ जाती है। साथ ही बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रॉनिक कचरा पैदा होता है। यूरोपियन यूनियन का मानना है कि अगर यूनिवर्सल चार्जर का नियम लागू होता है, तो सालाना 11,000 टन पैदा होने वाले इलेक्ट्रॉनिक कचरे को रोका जा सकेगा। ऐसे में यूरोपियन यूनियन (EU) की तरफ से एक प्रस्ताव पारित करते हुए सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के लिए USB-C चार्जर के इस्तेमाल का आदेश दिया है। मतलब इस नियम के लागू होने के बाद आप किसी का भी चार्जर लेकर अपने डिवाइस को चार्ज कर सकेंगे।

क्या होगा असर 

अगर यूरोपियन यूनियन से नया कानून पारित हो जाता है, तो स्मार्टफोन निर्माताओं को 24 माह के अंदर इसे लागू करना होगा। हालांकि Apple की तरफ से यूरोपियन यूनियन के इस फैसले का विरोध किया जा रहा है। उसका कहना है कि इस तरह के फैसले से इनोवेशन खत्म हो जाएगा। लेकिन कई एक्सपर्ट का मानना है कि वायरलेस चार्जिंग इसका समाधान हो सकता है। यूनिवर्सल चार्ज का नया नियम खासतौर पर स्मार्टफोन और छोटी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के लिए होगा। इसमें लैपटॉप और अन्य बड़े डिवाइस को शामिल नहीं किया जाएगा। अभी मार्केट में कुल 6 तरह के चार्जर मौजूद हैं, जो इस प्रकार हैं- 

USB टाइप-A

USB टाइप-A चार्जर का इस्तेमाल एडॉप्टर से कनेक्ट करने के लिए किया जाता है। इसे USB माउस, पेनड्राइव में यूज किया जाता है। साथ ही हार्डड्राइव में भी USB टाइप-A का इस्तेमाल होता है।

USB टाइप-B

इसे प्रिंटर, मॉडेम, स्कैनर और कुछ स्पेसिफिक एक्सेसरीज में इस्तेमाल किया जाता है।

USB टाइप-C

USB टाइप-सी काफी यूजरफुल होता है। यह साइज में काफी छोटा होता है। साथ काफी तेज डेटा ट्रांसफर होता है। इसका इस्तेमाल फास्ट चार्जिंग के लिए किया जाता है। यह एक रिवर्सिबल चार्जर भी होता है। 

लाइटनिंग केबल

इस चार्जिंग केबल का इस्तेमाल Apple के डिवाइस में किया जाता है। USB-C में भी चार्जिंग रिवर्सिबल होती है।इसे 2012 से इस्तेमाल किया जा रहा है।

माइक्रो USB

माइक्रो USB चार्जिंग केबल को 2007 में डिजाइन किया गया था। यह माइक्रो USB 2 तरह की होती है। इस केबल को कंप्यूटर में वीडियो गेम और फोन चार्जिंग के लिए किया जाता है। 

मिनी USB

यह कनेक्टर मोबाइल और कैमरा में इस्तेमाल होता है। माइक्रो USB का इस्तेमाल लगभग बंद हो गया है। लेकिन आज भी कुछ डिवाइस में मिनी USB चार्जिंग केबल का इस्तेमाल किया जाता है।