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Fake Loan App: आइए जानें ठगी से बचने के लिए किस तरह सावधान रहने की है जरूरत

लोन लेने वालों के सगे-संबंधियों तक को भी परेशान करने लगते हैं। इनके चंगुल में फंसे लोग इतने मजबूर हो जाते हैं कि वे गलत कदम उठा लेते हैं। हालांकि अच्छी बात यह है कि अब इन फेक एप पर लगाम लगाने की तैयारी हो गई है।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Updated: Wed, 14 Sep 2022 05:53 PM (IST)
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Fake Loan App: फेक लोन एप बचें धोखाधड़ी से
संतोष आनंद। आज के समय में बैंकों, वित्तीय कंपनियों के अलावा मिनटों में लोन देने बहुत सारे एप हैं। जरूरत के लिए लोन लेने में कोई बुराई भी नहीं है, लेकिन लोन कहां से लें, यह जानना बहुत जरूरी है। आजकल लोन एप की आड़ में धोखाधड़ी भी बहुत हो रही है। आइए जानते हैं किसी तरह की ठगी से बचने के लिए किस तरह सावधान रहने की जरूरत है..

इन दिनों इंस्टैंट लोन देने वाले तमाम एप मौजूद हैं, जो बिना किसी केवाईसी या पर्याप्त डाक्यूमेंट वेरिफिकेशन के ही लोन दे देते हैं। इससे सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि ये लोन एप पहले ग्राहकों को फंसाते हैं, फिर ब्लैकमेल करना शुरू कर देते हैं। 

फेक लोन एप पर शिकंजा

डिजिटल लोन देने वाले ज्यादातर एप केंद्रीय बैंक के साथ रजिस्टर्ड नहीं होते। इन्हें कंपनियां खुद चलाती हैं। हाल के दिनों में डिजिटल लोन एप के आपरेटर द्वारा उत्पीड़न की घटनाएं काफी बढ़ गई हैं। अब खबर है कि आरबीआइ सभी कानूनी एप की एक सूची तैयार करेगा। वित्त मंत्रालय द्वारा कहा गया है कि केंद्रीय बैंक सुनिश्चित करेगा कि पेमेंट ‘एग्रीगेटर्स’ का रजिस्ट्रेशन तय समय सीमा के भीतर पूरा हो जाए। उसके बाद किसी भी नान-रजिस्टर्ड पेमेंट ‘एग्रीगेटर’ को काम करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ऐसे एप के प्रसार को रोकने के लिए कारपोरेट मामलों का मंत्रालय (एमसीए) मुखौटा कंपनियों की पहचान करेगा और दुरुपयोग को रोकने के लिए उनका रजिस्ट्रेशन रद करेगा।

बचें फटाफट लोन से

बहुत सारी कंपनियां एप के जरिए तुरंत लोन मुहैया करवा रही हैं। ग्राहकों से सस्ते लोन का दावा करने वाली इन कंपनियों में कुछ फर्जी भी होती हैं। इस तरह के लोन में ज्यादा कागजी कार्यवाही नहीं होती और लोन भी जल्दी मिल जाता है, जिससे लोगों को बैंकों का चक्कर नहीं लगाना पड़ता। लोन के लिए सबसे पहले एप पर रजिस्ट्रेशन करना होता है, फिर कुछ समय बाद पैसा एकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाता है। मगर, लोन एप के जरिए धोखाधड़ी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। लोगों को लुभाने के लिए एक लिंक भेज कर कहा जाता है कि इस पर क्लिक करने पर लोन मिल जाएगा। साथ ही, न कोई सिक्योरिटी और न ही दस्तावेजों की जरूरत होगी। अधिकतर लोग लिंक पर क्लिक कर देते हैं। समस्या इसके बाद शुरू होती है। फ्राड करने वाले भेजे गए लिंक पर क्लिक करने और प्ले स्टोर से एप डाउनलोड करने के लिए कहते हैं। यहीं पर सावधान हो जाना चाहिए, क्योंकि कोई भी बैंक कभी भी लिंक पर क्लिक करने या फिर कोई एप डाउनलोड करने से लोन नहीं देता है। लिंक पर क्लिक करने से आपकी निजी जानकारी शेयर हो जाती है। प्ले स्टोर पर लोन से संबंधित अनेक ऐसे एप मिल

जाएंगे जो दावा करते हैं कि केवल आधार कार्ड और पैन कार्ड के जरिए लोन लिया जा सकता है। इस तरह के एप डाउनलोड करने पर वायरस तो आते ही हैं, साथ में डाटा भी चोरी हो जाता है। फिर इन जानकारियों की मदद से फ्राड किया जाता है।

ऐसे लगाएं फेक एप का पता

थोड़ी सावधानी बरत कर फेक एप का पता लगा सकते हैं। लोन एप डाउनलोड करने से पहले उसकी रेटिंग, रिव्यू को जरूर ध्यान से पढ़ें। अगर फेक एप है, तो रेटिंग और रिव्यू से इसकी जानकारी आपको मिल जाएगी। यह भी देखें कि एप को कौन-सी कंपनी चला रही है और किस कंपनी ने डेवलप किया है। पूरी तरह आश्वस्त होने के बाद ही उसे डाउनलोड करें। यह जरूर चेक करें कि लोन एप के साथ कोई बैंक जुड़ा है या नहीं। गूगल पालिसी के मुताबिक, किसी भी लोन एप के साथ कोई न कोई एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी) जरूर जुड़ा होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं है, तो सावधान हो जाएं। फर्जी एप यूजर से कई तरह की जानकारी मांगते हैं। असली एप लोन देने से पहले अपनी पूरी जानकारी देगा। वह पारदर्शिता के साथ सभी प्रक्रियाएं पूरी कराएगा। अगर कोई एप ऐसा नहीं कर रहा है तो फिर आपको बचने की जरूरत है। देखा जाए, तो लोन एप के जरिए ज्यादातर फ्राड चीनी कंपनियां कर रही हैं। ये बिना केवाईसी, बिना डाक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लोन देने के लिए तैयार रहते हैं। ये एप पहले लोगों को फंसाते हैं, फिर उन्हें ब्लैकमेल करना भी शुरू कर देते हैं।

ऐसे बच सकते हैं ठगी से

पिछले दिनों भारतीय स्टेट बैंक ने ट्वीट के माध्यम से फ्राड से बचने के कई तरीके बताए। किसी इंस्टैंट लोन एप को डाउनलोड करने से पहले उसे वेरिफाई जरूर करें। दूसरी जगह से भी जानकारी जुटाएं। किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें और अनधिकृत लोन एप का उपयोग बिल्कुल भी न करें। इससे आपका संवेदनशील डाटा चोरी हो सकता है। आपका डाटा चोरी न हो, इसके लिए फोन में एप की परमिशन सेटिंग जरूर चेक करें। इससे न सिर्फ डाटा सेफ रहेगा, बल्कि आपकी निजी जानकारी भी लीक नहीं होगी। अगर आप किसी संदिग्ध एप के चक्कर में फंस गए हैं, तो तुरंत पुलिस में शिकायत करें। लोन लेने से पहले सही प्लेटफार्म का चुनाव करना बेहद जरूरी है। इसमें कोई भी लापरवाही महंगी पड़ सकती है। इसके अलावा, आप साइबर अपराध की रिपोर्ट करने के लिए https://cybercrime.gov.in पर विजिट कर सकते हैं।