सेमीकंडक्टर डील: आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कब तक आएगी भारत में बनी पहली चिप
केंद्रीय संचार और आईटी मंत्री अश्निवी वैष्णव ने बताया कि भारत में बनी पहली चिप अगले साल तक रोलआउट कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि माइक्रॉन भारत में अपना प्लांट गुजरात में लगाएगा। इसके लिए लैंड एलोकेशन फैक्ट्री डिजाइन और दूसरे एग्रमेंट पूरे हो चुके हैं। इस फैक्ट्री का निर्माण कार्य इसी साल शुरू हो जाएगा जिसमें 2024 के अंत तक ऑपरेशन शुरू हो जाएगा।
By Subhash GariyaEdited By: Subhash GariyaUpdated: Fri, 23 Jun 2023 03:59 PM (IST)
नई दिल्ली, टेक डेस्क। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पहला मेड-इन-इंडिया चिप दिसंबर 2024 तक रोलआउट कर दिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगले साल तक चार से पांच अन्य सेमीकंडक्टर प्लांट और लगाए जा सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका दौरे के दौरान हुई सेमीकंडक्टर डील के बाद केंद्रीय मंत्री ने एक मीडिया ब्रीफिंग में यह बात कही है।
उन्होंने बताया कि गुजरात में स्थापित होने वाले माइक्रान सेमीकंडक्टर प्लांट के लिए लैंड अलोकेशन, फैक्ट्री डिजाइन और टैक्स कंप्लायंस संबंधी एग्रीमेंट पूरे हो चुके हैं। केंद्रीय मंत्री ने विश्वासपूर्ण लहजे में कहा कि आज से छह क्वार्टर बाद भारत में बनी पहले माइक्रॉन चिप फैक्टरी से बाहर आ सकती है।
गुजरात में प्लांट लगाएगी माइक्रान
कंप्यूटर स्टोरेज चिप बनाने वाली कंपनी माइक्रान भारत में करीब 22,540 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है। कंपनी गुजरात में अपना सेमीकंडक्टर एसेंबली और टेस्ट प्लांट स्थापित करने जा रही है। इस प्लांट के निर्माण में कुल लागत में से माइक्रान से 825 मिलियन अमेरिकी डॉलर का भुगतान करेगा। बाकि राशि सरकार की ओर से दो चरणों में जारी की जाएगी।
प्लांट का निर्माण कार्य 2023 में शुरू होने की उम्मीद है। पहले चरण में 500,000 वर्ग फुट प्लांट का निर्माण किया जाएगा और यह प्लांट 2024 के अंत तक अपना ऑपरेशन शुरू कर देगा। माइक्रान का कहना है कि अगले कुछ साल में यह प्लांट 5,000 नई नौकरियां और 15,000 कॉम्यूनिटी जॉब ऑफर करेगा।
'मील का पत्थर' है यह डील : राजीव चंद्रशेखर
इससे पहले केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेख ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में अमेरिका के साथ हुई सेमीकंडक्टर डील को भारत के विकास के लिए मील का पत्थर बताया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के 9 साल की मेहनत है कि आज विश्व भारत में आर्थिक और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में उभरती शक्ति के रूप में देख रहा है।