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Ai की मदद से कंट्रोल होगा ट्रैफिक और प्रदूषण, Google लाया ग्रीन लाइट प्रोजेक्ट

2021 में Google ने प्रदूषण के स्तर को कम करने और विभिन्न शहरों में ट्रैफिक लाइटों पर ट्रैफिक फ्लो में सुधार लाने के उद्देश्य से प्रोजेक्ट ग्रीन लाइट की घोषणा की थी। वहीं अब Google ने परियोजना के अधिक प्रभावी ढंग से काम करने के तरीके के लिए नई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) संचालित सुविधाओं की घोषणा की है। आइये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

By Ankita PandeyEdited By: Ankita PandeyUpdated: Wed, 11 Oct 2023 06:29 PM (IST)
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Ai की मदद से कंट्रोल होगा ट्रैफिक और प्रदूषण

टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। देश के सबसे अधिक प्रदूषित शहरों की हवा को शुद्ध करने के लिए समय सीमा तय करते हुए एक योजना तैयार की गई है। इसमें Google अहम भूमिका निभा रहा है।

आपको मालूम हो कि 2021 में, Google ने प्रदूषण के स्तर को कम करने और विभिन्न शहरों में ट्रैफिक लाइटों पर ट्रैफिक फ्लो में सुधार लाने के उद्देश्य से प्रोजेक्ट ग्रीन लाइट की घोषणा की थी। वहीं, अब Google ने प्रोजेक्ट के बेहतर ढंग से काम करने के तरीके के लिए नई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित सुविधाओं की घोषणा की है।

क्या कहना है Google के उपाध्यक्ष का?

Google के उपाध्यक्ष, इंजीनियरिंग और अनुसंधान, योसी मटियास ने कहा कि हमें यह बताते हुए बेहद खुशी हो रही है की AI संचालित सुविधाओं के शुरू होने के बाद से इसके बेहतर परिणाम सामने आए हैं। उपाध्यक्ष के अनुसार, शुरुआती आंकड़े वाहनों के रुकने में 30% तक की कमी और चौराहों पर उत्सर्जन (emission) में 10 % तक की कमी की संभावना को दर्शाते हैं।

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गूगल का दावा

  • इसके साथ ही गूगल का यह भी दावा है कि दुनिया भर के 12 शहरों में जहां प्रोजेक्ट ग्रीन लाइट की शुरुआत हो चुकी है, वहां हर महीने लगभग 3 करोड़ कार यात्राओं के बराबर की ईंधन की बचत और इसकी उत्सर्जन में कमी हो सकती है। मटियास के अनुसार,
  • यह जहां लागू किया गया है, उन शहरों के इंजीनियरों को इसे शुरू करने में केवल 5 मिनट से भी का समय का वक्त लग सकता है।

कैसे काम करता है यह प्रोजेक्ट?

  • बता दें कि ग्रीन लाइट अब हाइफा से लेकर रियो डी जनेरियो और बैंगलोर तक 12 शहरों के 70 चौराहों पर लाइव है।
  • अब बात करें कि यह प्रोजेक्ट काम कैसे करता है तो आपको बता दें कि कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और गूगल मैप के ड्राइविंग ट्रेंड्स का इस्तेमाल कर ट्रैफिक पैटर्न और मौजूदा ट्रैफिक लाइट प्लान को ऑप्टिमाइज करने के लिए सुझाव देती है।
  • यही नहीं मटियास ने इसका एक और फायदा बताते हुए कहा कि इससे केवल एक चौराहा नहीं बल्कि, ग्रीन लाइट प्रोजेक्ट के जरिए आसपास के चौराहों के बीच आपसी समन्वय स्थापित कर शहर के यातायात को सुधारा जा सकता है।

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