Move to Jagran APP
Explainers

Google Logo History: गूगल के 25 साल हुए पूरे, जानें कितनी बार बदला लोगो, आपको कौन-सा है याद?

Google Logo History क्या आपको पता है कि गूगल को 25 साल पुरे हो गए हैं। इन 25 सालों में गूगल ने कई बड़े बदलाव किये। सबसे बड़ा बदलाव इसका लोगो है। आज हम आपको गूगल लोगो की जर्नी के बारे में बताने वाले हैं। आइए जानते हैं इन 25 सालों में गूगल ने अपने लोगों में क्या बड़े बदलाव किये।

By Anand PandeyEdited By: Anand PandeyPublished: Tue, 05 Sep 2023 06:49 PM (IST)Updated: Tue, 05 Sep 2023 06:49 PM (IST)
आइए जानते हैं इन 25 सालों में गूगल ने अपने लोगों में क्या बड़े बदलाव किये

नई दिल्ली, टेक डेस्क। Google Logo History: गूगल का इस्तेमाल आजकल कौन नहीं करता है। चाहें कुछ ऑनलाइन ढूंढ़ना हो या कोई भी जानकारी लेनी हो हम हर चीज के लिए गूगल करते हैं। Google लोगो दुनिया में सबसे अधिक पहचाने जाने वाले लोगो में से एक बन गया है।

जब भी हम गूगल पर जाते हैं हम इसका लोगो जरूर देखते हैं। क्या आपको पता है कि गूगल को 25 साल पुरे हो गए हैं। इन 25 सालों में गूगल ने कई बड़े बदलाव किये। सबसे बड़ा बदलाव इसका लोगो है। आज हम आपको गूगल लोगो की जर्नी के बारे में बताने वाले हैं। आइए जानते हैं इन 25 सालों में गूगल ने अपने लोगों में क्या बड़े बदलाव किये और ये सफर कैसा रहा।

ऐसा रहा गूगल लोगो का सफर

साल 1997

साल 1997 के सितंबर महीने में गूगल की शुरआत हुई थी। उस समय गूगल सिर्फ स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के लिए सर्च इंजन का काम करता था। गूगल के इस शुरआती लोगो को स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के दो स्टूडेंट लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने बनाया था या कहें डिजाइन किया था। ये लोगो सिर्फ कुछ दिन ही रह पाया फिर इसे बदल दिया गया।

साल 1997 अक्टूबर महीना

करीब एक महीने गूगल का लोगो रहने के बाद अक्टूबर 1997 में इसे वापस बदल दिया गया। इस बार नए लोगो को फ्री ऑनलाइन एडिटिंग वेबसाइट की मदद से बनाया गया था। गूगल इस नए लोगो को सर्गेई ब्रिन ने GIMP की मदद से डिजाइन करी थी।

साल 1997 - मई 1999

तीसरा Google लोगो 30 अक्टूबर 30 1997 से 30 मई 1999 तक पूरे सात महीने तक चला। यह एक रोमांचक समय था, जब इंटरनेट का इस्तेमाल काम और खेल दोनों के लिए ज्यादा होने लगा था। 30 अगस्त 1998 को गूगल ने अपना पहला डूडल भी पेश किया था। उस समय याहू का जबरदस्त क्रेज था। इसी को देखते हुए गूगल के नए लोगो को विस्मयादिबोधक चिह्न (Exclamation Mark) के साथ डिजाइन किया गया। नए लोगो में रंगों को और ज्यादा गहरा करके पेश किया गया था।

साल 1999-2010

कंपनी ने इसके शैडो इफेक्ट यानी डार्क एरिया को हटा दिया और लोगो को ज्यादा शार्प कर दिया। नए लोगो का डिजाइन रूथ केडर ने किया था। इन बदलावों के अलावा लोगो से विस्मयादिबोधक चिह्न (exclamation mark) को भी हटा दिया गया और इसे सिंपल रखा गया। Google ने पीले O को भी अधिक नारंगी रंग में बदल दिया।

साल 2010-2013

इस साल गूगल के लोगो में कुछ ज्यादा बदलाव नहीं किया गया। लोगो को पहले से ज्यादा चमकीला भी कर दिया गया जिससे देखने में ये काफी सुंदर लगने लगा।

साल 2013-2015

इस साल गूगल के लोगो को पहले से ज्यादा फ्लैट रखा गया। पहले के लोगो में वर्ड के उभार को खत्म कर दिया गया। इसके अलावा लोगो का कलर भी थोड़ा हल्का किया गया। सितंबर 2015 में Google डॉट्स और 'G' आइकन के साथ गूगल लोगो को नई पहचान मिली।

यह भी पढ़ें: Google AI Search का ऐसे करें इस्तेमाल, इंटरनेट पर जानकारियां खोजना होगा बेहद आसान

2015 से 2023

गूगल लोगो में जो बड़े बदलाव हुए वो साल 2015 में हुए उसके बाद गूगल ने अभी तक अपना लोगों चेंज नहीं किया । गूगल डूडल अभी जारी है।

Google लोगो किस फॉन्ट का है?

Google ने लोगो के नए संस्करण के लिए एक आधुनिक और स्टाइलिश फॉन्ट का इस्तेमाल किया। यह एक सैन्स-सेरिफ़ फ़ॉन्ट है जिसे प्रोडक्ट सैन्स कहा जाता है। यह एक पिक्सल बेस्ड डिज़ाइन है। इसमें बोल्ड और सेट इमेज हैं जो इसे किसी भी स्क्रीन रिज़ॉल्यूशन के लिए उपयुक्त बनाती हैं।

Google लोगो किसने डिज़ाइन किया था?

गूगल लोगो का पहला (Google First Logo) वर्जन सर्गेई ब्रिन द्वारा डिजाइन किया गया था। लोगो बनाते समय ब्रिन ने फ्री ग्राफिक प्रोग्राम "GIMP" का इस्तेमाल किया। 1998 संस्करण के बाद, रूथ केदार (Ruth Kedar) ने लोगो का नया डिजाइन दिया।

रूथ केदार की मुलाकात गूगल के संस्थापक लैरी पेज (Larry Page)और सर्गेई ब्रिन (Sergey Brin) से एक कॉमन फ्रेंड के जरिए हुई थी। उनके लोगो से प्रभावित न होकर, दो युवा लड़कों ने केदार से इसे सुधारने के लिए कहा। रूथ केदार उस समय स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में सहायक प्रोफेसर थीं।


This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.