अचानक गायब हो गई फोन में कॉन्टेक्ट लिस्ट? Google Android का नया अपडेट है वजह; तुरंत करें ये काम
Google Contacts sync feature गूगल ने एंड्रॉइड यूजर्स के लिए हाल ही में कॉन्टेक्ट सिंक फीचर को लेकर एक नया बदलाव किया है। अगर आपको भी आपके एंड्रॉइड डिवाइस में कॉन्टेक्ट्स को लेकर सेटिंग में कुछ बदलाव दिखा है तो इसकी वजह गूगल का नया अपडेट ही है।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। अगर आप एंड्रॉइड यूजर हैं और आपको अचानक से डिवाइस में कॉन्टेक्ट लिस्ट डिसअपीयर होने की परेशानी हाल-फिलहाल में आई है तो बता दें, यह केवल आपके साथ नहीं हुआ है। दरअसल गूगल ने हाल ही में कॉन्टेक्ट सिंक ऑप्शन को लेकर कुछ बदलाव किए हैं। इस बदलाव की वजह से यूजर को उनके कॉन्टेक्ट्स सिंक करने को लेकर कुछ परेशानी आ सकती है।
गूगल यूजर्स को कौन-सी परेशानियां आ सकती हैं?
गूगल के इस नए अपडेट के बाद यूजर्स कॉन्टेक्ट सिंक को लेकर कुछ नई स्थितियों से गुजर सकते हैं। अगर यूजर गूगल कॉन्टेक्ट्स में सिंक ऑप्शन को टर्न ऑफ कर लेता है तो पहले सिंक किए हुए सारे कॉन्टेक्ट्स को एंड्रॉइड डिवाइस से खो सकता है।
ऐसी स्थिति में यूजर पुराने सिंक गए कॉन्टेक्स्ट्स को पुराने डिवाइस में तो पा सकेगा, लेकिन नए कॉन्टेक्ट्स को किसी नए डिवाइस में कैरी फॉरवर्ड नहीं कर सकेंगे। यह नया बदलाव गूगल प्ले सर्विस v23.20 के रोलआउट होने के बाद देखा जा सकेगा।
सिंक कॉन्टेक्ट को हटाने की कोशिश की तो क्या होगा?
इतना ही नहीं, अगर गूगल यूजर सिंक कॉन्टेक्ट सेटिंग को रिफ्रेश करना चाहे तो इसके लिए उसे कॉन्टेक्ट सिंक वाले गूगल अकाउंट को डिलीट करने की जरूरत होगी। हालांकि, अगर यूजर के पास केवल एक ही गूगल अकाउंट है तो इसी डिलीट करने पर यूजर गूगल की दूसरी सर्विस जैसे यूट्यूब, मैप, ड्राइव, जीमेल का भी इस्तेमाल नहीं कर सकेगा।
कॉन्टेक्ट सिंक ऑप्शन से खोए हुए कॉन्टेक्ट कैसे मिलेंगे वापिस?
अगर आप भी कॉन्टेक्ट सिंक ऑप्शन ऑफ करने की वजह से अपने कुछ कॉन्टेक्ट्स को खो चुके हैं तो इन्हें वापिस पाया जा सकता है। खोए हुए कॉन्टेक्ट्स को वापिस पाने के लिए कॉन्टेक्ट सिंक सेटिंग को एनेबल करना जरूरी होगा।
इसके लिए सबसे पहले सेटिंग ऑप्शन पर आना होगा। इसके बाद पासवर्ड और अकाउंट्स पर क्लिक कर गूगल अकाउंट को सेलेक्ट करना होगा। यहां कॉन्टेक्ट्स के लिए टोगल को एनेबल करना होगा।
क्या है गूगल का कॉन्टेक्ट सिंक फीचर?
दरअसल यूजर जब एक नए एंड्रॉइड फोन को खरीदता है तो उसे पुराने डिवाइस से नए डिवाइस में डेटा शेयरिंग के लिए गूगल की यह सुविधा काम आती है। यहां डेटा शेयरिंग का मतलब केवल पुराने फोन के कॉन्टेक्ट्स डेटा से है। कॉन्टेक्ट सिंक फीचर की मदद से यूजर को पुराने फोन से नए में कॉन्टेक्ट्स को आसानी से ट्रांसफर कर सकता है।