Move to Jagran APP

Google for Startups Accelerator: AI फर्स्ट स्टार्टअप्स प्रोग्राम के लिए आवेदन शुरू, 22 अगस्त है आखिरी डेट

AI first startups Google फ़ॉर स्टार्टअप एक्सेलेरेटर एआई-फर्स्ट स्टार्टअप पर ध्यान केंद्रित करने के साथ अपने आठवें ग्रुप के लिए आवेदन आमंत्रित कर रहा है। गूगल ने कहा कि एक्सेलेरेटर प्रोग्राम की सातवीं क्लास जून 2023 से चल रही है। भारतीय स्टार्टअप 22 अगस्त 2023 तक तीन महीने के कार्यक्रम के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने का बहुत आसान तरीका है।

By Anand PandeyEdited By: Anand PandeyUpdated: Thu, 27 Jul 2023 10:04 PM (IST)
Hero Image
Google for Startups Accelerator invites applications focus on AI-first startups
नई दिल्ली, टेक डेस्क। Google ने अपने Startup Accelerator Programme की घोषणा कर दी है। कंपनी ने गुरुवार को एक ब्लॉगपोस्ट में घोषणा की कि Google फ़ॉर स्टार्टअप एक्सेलेरेटर एआई-फर्स्ट स्टार्टअप पर ध्यान केंद्रित करने के साथ अपने आठवें ग्रुप के लिए आवेदन आमंत्रित कर रहा है।

इसमें कहा गया है कि सीड से सीरीज ए स्तर तक वित्त पोषित भारतीय स्टार्टअप 22 अगस्त, 2023 तक तीन महीने के कार्यक्रम के लिए आवेदन कर सकते हैं। आइए आपको इसके बारे में और डिटेल से बताते हैं।

Google for Startups Accelerator प्रोग्राम क्या है

गूगल ने कहा है कि हम जटिल समस्याओं को हल करने और अपने उद्योग में सबसे कठिन चुनौतियों से निपटने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले भारतीय एआई-फर्स्ट स्टार्टअप की तलाश कर रहे हैं। घोषणा के अनुसार, चयनित स्टार्टअप को प्रोडक्ट, डिजाइन, विकास और नेतृत्व विकास पर मार्गदर्शन और प्रशिक्षण प्राप्त होगा।

गूगल ने कहा कि एक्सेलेरेटर प्रोग्राम की सातवीं कक्षा जून 2023 से चल रही है, जिसमें लाइमचैट, कुरोज और हेल्थ एआई जैसे 20 सीड टू सीरीज ए स्टार्टअप का नामांकन किया जा रहा है।

AI से जुड़ी मिलेगी हर जानकारी

कंपनी ने कहा कि गूगल फॉर स्टार्टअप्स के पूर्व छात्रों के नेटवर्क के माध्यम से कार्यक्रम समाप्त होने के बाद भी संस्थापकों को सपोर्ट मिलना जारी रह सकता है। स्टार्टअप एक्सेलेरेटर के लिए Google भारत कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग (एआई/एमएल) का लाभ उठाने वाले भारतीय प्रौद्योगिकी स्टार्टअप के लिए एक इक्विटी-मुक्त कार्यक्रम है।

भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी स्टार्टअप पूंजी

भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी स्टार्टअप पूंजी है, जो केवल अमेरिका और चीन से पीछे है। देश में 100 से अधिक यूनिकॉर्न बन चुके हैं इनमें भी 22 यूनिकॉर्न अकेले 2022 में ही बने हैं। ई-कॉमर्स, हेल्थटेक, फिनटेक और कई अन्य में ये फैले हुए हैं। हालांकि, इन भारतीय यूनिकॉर्न में से केवल 15 प्रतिशत में एक या अधिक महिला संस्थापक हैं।