समाज सुधारक राजा राम मोहन राय की जयंती पर गूगल ने डूडल बनाकर किया याद
गूगल ने राजा राम मोहन राय को उनकी 246वीं जयंती पर याद करते हुए डूडल बनाया।
नई दिल्ली (टेक डेस्क)। गूगल ने महान समाज सुधारक और ब्रह्म समाज के संस्थापक राजा राम मोहन राय को उनके 246वीं जंयती पर डूडल बनाकर श्रद्धांजली दी है। राजा राम मोहन राय को सती-प्रथा के खिलाफ मुहिम छेड़ने के लिए भी जाना जाता है। सती-प्रथा में हिंदु विधवाएं अपनी पति की मृत्यु के बाद उनकी चिता पर कूद कर अपनी जान दे देती थी।
आज का गूगल डूडल यूके बेस्ड वेव डिजाइनर बीना मिस्त्री ने डिजाइन किया। गूगल इसी तरह दुनिया भर के महान हस्तियों को उनके जंयती या पुण्य तिथि या फिर खास मौके पर डूडल बनाकर याद करता है। आज के डूडल में राजा राममोहन राय के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और सभ्यता को भी दिखाया गया है।
समाज सुधारक राजा राम मोहन राय का जन्म बंगाल के हुगली जिले के राधानगर गांव में हुआ था। बचपन से ही राजा राम मोहन राय के विचार अपने पिता रमाकांतो राय से अलग रहा है। रमाकांतो राय जो कि हिंदु ब्राह्मण थे और हिंदु धर्म के रीति-रिवाजों का पालन करने वाले और मूर्ति पूजा में विश्वास रखने वाले थे। जबकि राजा राम मोहन राय को ये सब पसंद नहीं था। यही कारण था कि राय कम उम्र में ही अपना घर त्याग करके तिब्बत और हिमालय की तरफ निकल पड़े। यहां उन्होंने अरबी, पारसी, संस्कृत आदि भाषाओं का ज्ञान प्राप्त किया। जिसकी मदद से वे हिन्दु वेदों को अंग्रेजी में अनुवाद करने में सफल हो सके।
हिमालय और तिब्बत की यात्रा से लौटने के बाद उन्होंने विवाह किया और हिंदु धर्म के बारे में और जानने की कोशिश की। सन 1803 में राजा राम मोहन राय ने अपनी पहली किताब तुहफ्त-उल-मुवाहिद्दीन अरबी और पारसी भाषा में लिखी। राजा राममोहन राय की यूरोपियन राजनीति में भी दिलचस्पी थी। उन्होंने फ्रेंच रिवॉल्यूशन को बारिकी से फॉलो किया। सन् 1815 में राजा राम मोहन राय ने आत्मिय सभा की स्थापना की। बाद में 1828 में ब्रह्म समाज की स्थापना की जिसे भारत की पहली सामाजिक-धार्मिक क्रांति के रूप में देखा जाता है।
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