Google Play ने भारत में शुरु की UPI ऑटोपे पेमेंट की सेवा, यहां जानें कैसे होगा फायदेमंद
Google ने मंगलवार को घोषणा की कि वह भारत में Google Play पर सब्सक्रिप्शन-आधारित खरीदारी के लिए भुगतान विकल्प के रूप में UPI ऑटोपे की शुरुआत कर रहा है।UPI ऑटोपे कस्टमर्स को सुविधा का समर्थन करने वाले किसी भी यूपीआई एप्लिकेशन का उपयोग करके भुगतान करने में मदद करता है।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। Google Play ने मंगलवार को भारत में सब्सक्रिप्शन-आधारित खरीदारी के लिए UPI Autopay पेश किया। UPI को शुरू में 2019 में भुगतान विकल्प के रूप में प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराया गया था। Google का दावा है कि यह 60 से अधिक देशों में 300 से अधिक लोकल भुगतान विधियों का सपोर्ट करता है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने इस साल की शुरुआत में जुलाई में आवर्ती भुगतानों के लिए UPI AutoPay सुविधा शुरू की थी। यह ग्राहकों को फोन बिल, EMI भुगतान, बीमा, बिजली बिल, मनोरंजन/ओटीटी सब्सक्रिप्शन आदि जैसे चक्रीय खर्चों के लिए ई-मैंडेट सेट करने में सक्षम बनाता है।
सब्सक्रिप्शन-आधारित खरीदारी के लिए UPI ऑटोपे सुविधा
Google ने मंगलवार को घोषणा की कि उसके [Google Play] ग्राहक अब भारत में अपनी सब्सक्रिप्शन-आधारित खरीदारी के लिए UPI ऑटोपे सुविधा का उपयोग कर सकते हैं। कस्टमर्स द्वारा सब्सक्रिप्शन प्लान का चयन करने के बाद स्टोर अब "UPI के साथ भुगतान" विकल्प देता है। इसके बाद उन्हें अपने समर्थित यूपीआई ऐप में खरीदारी को मंजूरी देनी होगी। इस कदम से लोकल डेवलपर्स को अपनी सब्सक्रिप्शन प्लान्स के विस्तार में सहायता मिलने की उम्मीद है।
UPI Autopay को भारत में NPCI ने जुलाई में लॉन्च किया था। यह उपयोगकर्ताओं को योग्य ऐप्स के माध्यम से आवर्ती खरीद के लिए ई-मैंडेट सेट करने की अनुमति देता है। इसके अलावा, एक बार, दैनिक, साप्ताहिक, पाक्षिक, मासिक, द्वि-मासिक, त्रैमासिक, अर्ध-वार्षिक और वार्षिक शासनादेश उपयोगकर्ताओं द्वारा स्थापित किए जा सकते हैं।
ऑटो-डेबिट लेनदेन के लिए नई प्रक्रिया
Google Play पर UPI ऑटोपे की शुरुआत भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के नए ऑटो-डेबिट नियमों के लगभग एक महीने बाद हुई है, जो 1 अक्टूबर को लागू हुए थे। इस बदलाव ने भारत में लाखों कस्टमर्स को आवर्ती ऑनलाइन लेनदेन के साथ प्रभावित किया है। नेटफ्लिक्स या यूट्यूब के सब्सक्रिप्शन भुगतान जैसे सभी ऑटो-डेबिट लेनदेन अब एक नई प्रक्रिया से गुजरते हैं।
यहां तक कि क्रेडिट और डेबिट कार्ड के साथ-साथ प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स (PPI) के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय आवर्ती लेनदेन भी प्रभावित हुए हैं। RBI ने 2019 में घोषणा की कि इन उपायों का उद्देश्य धोखाधड़ी को रोकना है। वे ग्राहकों को अपने अंत से आवर्ती भुगतान रोकने और ऐसे लेनदेन के बारे में सूचित रहने की अनुमति भी देते हैं।नेटफ्लिक्स इंडिया ने इन परिवर्तनों की प्रत्याशा में इस साल अगस्त में पहले ही UPI ऑटोपे के लिए समर्थन सक्षम कर दिया था।
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