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बग हंटर्स के लिए Google का नया एलान, Android Apps में खामियां तलाश करने के लिए कंपनी देगी मोटी रकम

Google rolls out bug bounty program टेक कंपनी बग हंटर के लिए एक बड़ा मौका लेकर आई है। कंपनी ने एंड्रॉइड ऐप्स में बग तलाशने के लिए एक नए प्रोग्राम का एलान किया है। बगहंटर्स को इस काम के लिए पैसे दिए जाएंगे। (फोटो- जागरण)

By Shivani KotnalaEdited By: Shivani KotnalaUpdated: Wed, 24 May 2023 09:02 AM (IST)
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Google rolls out bug bounty program, pic courtesy- jagran file
नई दिल्ली, टेक डेस्क। टेक कंपनी गूगल ने एंड्रॉइड ऐप्स के लिए नए बग बाउंटी प्रोग्राम (bug bounty program)को लॉन्च किया है। कंपनी ने नए प्रोग्राम (bug bounty program) को मोबाइल वीआरपी (Mobile Vulnerability Rewards Program) में पेश किया है।

कंपनी सिक्योरिटी रिससर्चर को फर्स्ट पार्टी ऐप्स में पाई जाने वाली खामियों को खोजने के लिए भुगतान करेगी। कंपनी ने बग बाउंटी प्रोग्राम को लेकर अपने आधिकारिक अकाउंट से एक ट्वीट भी किया है।

कंपनी को है बग हंटर्स की तलाश

इस ट्वीट में कंपनी ने कहा है कि "हम नए मोबाइल वीआरपी का एलान करने के लिए उत्साहित हैं! हम अपने मोबाइल एप्लिकेशन में कमजोरियों को खोजने और ठीक करने में मदद करने के लिए बग हंटर्स की तलाश कर रहे हैं," ।

इस ट्वीट के साथ ही कंपनी ने गूगल मोबाइल वीआरपी से जुड़े नियमों के लिए एक पेज का लिंक भी शेयर किया है। कंपनी ने कहा है कि इस प्रोग्राम को लाए जाने का मुख्य उद्धेश्य थर्ड पार्टी एंड्रॉइड ऐप्स में खामियों को खोजने का प्रोसेस तेज करना और उन्हें दूर करना है। इस प्रोग्राम के तहत गूगल द्वारा डेवलप और मेंटेन की जाने वाली ऐप्स पर पहले काम किया जाएगा।

तीन कैटगरी में बांटे गए हैं एंड्रॉइड ऐप्स

दरअसल गूगल के मोबाइल वीआरपी को गूगल एलएलसी और गूगल द्वारा डेवलप किया जाता है। गूगल पर रिसर्च किए गए ऐप्स को भी इसमें शामिल किया जाता है। गूगल ने ऐप्स को तीन कैटेगरी में बांटा है।

टायर 1 एंड्रॉइड ऐप्स में गूगल प्ले सर्विस, एजीएसए, गूगल क्रोम, गूगल क्लाउड, जीमेल और क्रोम रिमोट डेस्कटॉप को रखा गया है। गूगल ने बिग बाउंटी प्रोग्राम के लिए बग को लेकर भी जानकारी दी है। इस प्रोग्राम के जरिए कंपनी ने संवेदनशील डेटा चोरी और एसीई (arbitrary code execution) जैसी खामियों को लिस्ट किया गया है।