Google की लाख कोशिशें बेकार, सर्च एल्गोरिद्म में ऑरिजनल से ज्यादा AI जनरेटेड कंटेंट हो रहा रैंक
गूगल का सर्च एल्गोरिद्म एआई और एसईओ फोक्स्ड कंटेंट को ऑरिजनल कंटेंट से ज्यादा अच्छी रैंक देता है। हालांकि यह भी छुपा नहीं है कि कंपनी ने सर्च रिजल्ट को बेहतर बनाने के लिए कई प्रयास किए हैं। बावजूद इसके ऑरिजनल कंटेंट क्रिएट करने वाले लोगों को एआई की वजह से परेशानी झेलनी पड़ रही है। एआई की वजह से फेक कंटेंट को बढ़ावा मिल रहा है।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। एक हालिया स्टडी में सामने आया है कि गूगल का सर्च एल्गोरिद्म एआई और एसईओ फोक्स्ड कंटेंट को ऑरिजनल कंटेंट से ज्यादा अच्छी रैंक देता है।
हालांकि, यह भी छुपा नहीं है कि कंपनी ने सर्च रिजल्ट को बेहतर बनाने के लिए कई प्रयास किए हैं।
ऑरिजनल कंटेंट क्रिएटर्स को हो रही परेशानी
बावजूद इसके ऑरिजनल कंटेंट क्रिएट करने वाले लोगों को एआई की वजह से परेशानी झेलनी पड़ रही है। दरअसल, गूगल सर्च एल्गोरिद्म द्वारा इस तरह की रैंकिंग से ऑरिजनल कंटेंट क्रिएटर्स को अपने काम को बचाने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है।इस परेशानी को 404 मीडिया द्वारा देखा गया। इसमें पाया गया कि इस साल की शुरुआत में कुछ बेसिक सवालों के जवाब में गूगल समाचार में एआई जनरेटेड कंटेंट दिखाए जा रहे थे।
एआई जनरेटेड स्पैम कंटेंट है परेशानी
दरअसल, एआई जनरेटेड कंटेंट को लेकर स्पैम कंटेंट एक बड़ी परेशानी है।WIRED की एक जांच में सामने आया है कि गूगल के कई प्रयासों के बाद ही गूगल न्यूज में एआई-मेड स्पैम कंटेंट एक बड़ी परेशानी है।
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