गूगल ने वॉयस सर्च फीचर में 8 भारतीय भाषाओं को किया शामिल, जानें
बिना कोई आंकड़ा बताए, गूगल ने बताया कि वॉयस का इस्तेमाल सर्च करने के लिए 20 फीसद तक किया जा रहा है
नई दिल्ली (जेएनएन)। अमेरिका की कंपनी गूगल ने अपने वॉयस सर्च फीचर में कई अन्य भाषाओं को भी जोड़ा है। कंपनी गूगल वॉयस सर्च में 30 नई भाषाएं, जिनमें 8 भारतीय भाषा भी शामिल हैं, जोड़ी गई हैं। भारतीय भाषाओं में बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, तमिल, तेलुगु और उर्दू शामिल हैं। इस फीचर के रोलआउट से पहले यह भारत में केवल हिंदी भाषा को ही सपोर्ट करता था। कंपनी ने बताया कि जल्द ही इस फीचर को iOS प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराया जाएगा।
वॉयस सर्च, टाइपिंग से तीन गुना तेज:इस कदम से करोड़ों भारतीय यूजर्स गूगल वॉयस सर्च को इस्तेमाल कर पाएंगे। यह फीचर Gboard एप में भी जोड़ा जाएगा। KPMG के अध्ययन के मुताबिक, भारत में ऐसे कई यूजर्स (234 मिलियन) हैं जो आज भी इंटरनेट पर अपनी मूल भाषा का प्रयोग करना पसंद करते हैं। गूगल ने बताया कि वॉयस सर्च के जरिए यूजर्स का काफी समय बचता है। वॉयस सर्च, टाइपिंग से तीन गुना तेज होती है। बिना कोई आंकड़ा बताए, गूगल ने बताया कि वॉयस का इस्तेमाल सर्च करने के लिए 20 फीसद तक किया जा रहा है। ऐसे में अब भाषाओं का सपोर्ट बढ़ने से इसमें इजाफा होने की उम्मीद है।
क्या है गूगल का कहना?
गूगल एग्जीक्यूटिव ने कहा कि नए यूजर्स के लिए बोलकर कुछ भी सर्च करना एक आसान तरीका है। ऐसा इसलिए भी क्योंकि इनमें से कई यूजर्स छोटी स्क्रीन वाले एंट्री लेवल स्मार्टफोन्स खरीदते हैं जिसमें टाइपिंग करना एक बड़ा चैलेंज होता है। KPMG ने 2021 तक 530 मिलियन भारतीय भाषा स्पीकर्स के ऑनलाइन आने की संभावना जताई है।
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