DigiLocker के जरिए जल्द मिलेगा राशन लेने और वोट देने का लाभ
इलेक्शन कमीशन (EC) वोटर आईडी के इंस्टैंट वेरिफिकेशन की संभावनाएं तलाश रही है
By Shilpa Srivastava Edited By: Updated: Mon, 07 Jan 2019 06:18 PM (IST)
नई दिल्ली (टेक डेस्क)। सरकार जल्द ही DigiLocker ऐप को वोटर आईडी से लिंक करने पर काम कर रही है। इसके जरिए बिना वोटर आईडी और राशन कार्ड के भी लोग वोट करना और राशन लेने जैसे काम कर पाएंगे। इस सिस्टम के लागू होने से वोटिंग और राशन के दौरान होने वाली गड़बड़ियों की संभावना भी कम हो जाएगी। एक अधिकारी ने बताया है कि इलेक्शन कमीशन (EC) वोटर आईडी के इंस्टैंट वेरिफिकेशन की संभावनाएं तलाश रही है। वहीं, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) DigiLocker के साथ 325 मिलियन आधार-लिंक्ड राशन कार्ड धारकों को एलाइन करने के लिए एक मॉडल पर काम कर रहा है।
एक सरकारी टेक्नीकल एक्सपर्ट ने बताया कि कई बार लाखों लोग वोट देने से रह जाते हैं क्योंकि उनका वोटर आईडी खो गया होता है। ऐसे में यह सिस्टम इस तरह की स्थितियों को भी कम कर देगा। इसके लिए हमें सिर्फ DigiLocker गेटवे को API यानी एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस के जरिए EC डाटाबेस से लिंक करना होगा। आपको बता दें कि EC एक इलेक्ट्रॉल रोल्स को भी बना रही है जिसमें वोटर्स अपने इलेक्शन आईडी कार्ड्स को स्टोर कर सकेंगे। इसके अलावा एक अधिकारी ने यह भी बताया कि EC डाटाबेस के लिए बनाया जा रहा सॉफ्वेयर तैयार होने में ज्यादा समय नहीं लेगा।
वर्ष 2014 में 55 मिलियन लोगों ने वोट दिए थे। अधिकारी ने कहा कि क्यूआर कोड के जरिए आईडी वेरिफिकेशन प्रोसेस आसान हो जाएगा ऐसे में वोटर्स को बेहद लाभ होगा। DigiLocker में राशन कार्ड को सुरक्षित रखने के फायदों के बार में MeitY के एक अधिकारी ने बताया कि यह सिस्टम लोगों को राशन की दुकानों में कितना स्टॉक है इसकी जानकारी उपलब्ध कराएगा। साथ ही अगर कोई आपकी हकदारी को चुराने की कोशिश करता है तो उसकी भी जानकारी यहां दी जाएगी। साथ ही यह भी बताया कि हम इस कॉन्सेप्ट को लागू करने के लिए राज्यों से बात कर रहे हैं। झारखंड ने राशन कार्ड को DigiLocker में रखने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। राशन कार्ड आधार से लिंक्ड हैं ऐसे में DigiLocker का इंटरफेस काफी आसान हो जाएगा।
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