तो क्या भारत में ब्लॉक हो जाएंगी वॉट्सऐप, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसी ऐप्स
टेलिकॉम डिपार्टमेंट ने भारत में फेसबुक, वॉट्सऐप, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम जैसी सोशल मीडिया और मैसेजिंग को सुरक्षा के नजरिये से ब्लॉक करने के लिए इंडस्ट्री से राय मांगी है
By Sakshi PandyaEdited By: Updated: Tue, 07 Aug 2018 10:58 AM (IST)
नई दिल्ली (टेक डेस्क)। टेलिकॉम डिपार्टमेंट ने भारत में फेसबुक, वॉट्सऐप, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम जैसी सोशल मीडिया और मैसेजिंग को सुरक्षा के नजरिये से ब्लॉक करने के लिए इंडस्ट्री से राय मांगी है। इंडस्ट्री से पूछा गया है की ऐसे कौन से मानक हैं जिन्हें अपनाकर इन मोबाइल ऐप्स को ब्लॉक किया जा सकता है। टेलिकॉम डिपार्टमेन्ट ने 18 जुलाई 2018 को सभी टेलिकॉम ऑपरेटर्स, COAI, ISPAI और अन्य से इन एप्स को ब्लॉक करने को लेकर राय मांगी थी।
पीटीआई के आधिकारिक स्त्रोत के अनुसार- DoT ने पत्र में लिखा था की इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मिनिस्ट्री और लॉ एनफोर्समेंट एजेंसीज ने कुछ मोबाइल ऐप्स को ब्लॉक करने को लेकर मुद्दा उठाया था की वो IT सेक्शन 69A एक्ट की जरूरतों को पूरा करें।क्या कहता है सेक्शन 69A IT एक्ट?
इस एक्ट के तहत किसी भी कंप्यूटर रिसोर्स से जाने वाली जानकारी को पब्लिक एक्सेस के लिए ब्लॉक करने का अधिकार मिलता है। इस कानून के तहत सरकार को इंटरनेट पर जानकारी (भारत की अखंडता से जुड़ी जानकारी, डिफेन्स ऑफ इंडिया आदि) को ब्लॉक करने का अधिकार मिलता है।
हाल ही में, सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों के कारण देश में भीड़ हत्या के मामले सामने आए हैं। पॉपुलर मैसेजिंग ऐप- वॉट्सऐप गलत इस्तेमाल के कारण काफी चर्चा में रही है। इस ऐप के जरिए फेक न्यूज फैलने के कारण भारत में इससे लड़ने के लिए खास टीम भी बनाई जा रही है।
बता दें, वॉट्सऐप पर फर्जी खबरों को रोकने के लिए सरकार कंपनी के इंडिया हेड के साथ मिलकर एक लोकल टीम बना रही है। यह टीम फर्जी खबरों के सर्कुलेशन पर नजर बनाए रखेगी। आपको बता दें कि वॉट्सऐप से उन लोगों की जानकारी मांगी गई थी जो ये मैसेज सर्कुलेट करते हैं। लेकिन कंपनी ने इस पर फिलहाल कोई जवाब नहीं दिया है।
आईटी मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि वॉट्सऐप ने सरकार द्वारा भेजे गए नोटिस का जवाब दिया है। इसमें कहा गया है कि कंपनी फर्जी खबरों से निपटने और उन्हें खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए कंपनी टीम भी बना रही है। हालांकि, वॉट्सऐप ने इस बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी है कि फर्जी खबर भेजने वाले मूल व्यक्ति तक कैसे पहुंचा जा सकता है। वॉट्सऐप के एक अधिकारी के मुताबिक, “भारत में अपने यूजर्स को सपोर्ट करने और अपना निवेश जारी रखने के लिए हमारी पहली प्राथमिकता एक स्थानीय लीडर तलाशने की है, जो ग्राउंड लेवल पर हमारे लिए एक टीम बना सके।”यह भी पढ़ें:
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