Digital Piracy से निपटने के लिए हॉलीवुड प्रोड्यूसर और US कांग्रेस साथ मिलकर करेंगे काम, वेबसाइट-ब्लॉकिंग बनेगा हथियार
मोशन पिक्चर एसोसिएशन (Motion Picture Association) ने डिजिटल पायरेसी (Digital Piracy) से निपटने के लिए एक नई पहल का एलान किया है। मोशन पिक्चर एसोसिएशन के चेयरमैन और सीईओ चार्ल्स रिवकिन ने संयुक्त राज्य अमेरिका में साइट-ब्लॉकिंग योजना के लिए कांग्रेस के साथ मिलकर काम करने को लेकर जानकारी दी है। रिवकिन ने बताया साइट ब्लॉकिंग एक एक कानूनी रणनीति है।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। मोशन पिक्चर एसोसिएशन (Motion Picture Association) ने लास वेगास में सिनेमाकॉन के दौरान डिजिटल पायरेसी (Digital Piracy) से निपटने के लिए एक नई पहल का एलान किया है।
मोशन पिक्चर एसोसिएशन के चेयरमैन और सीईओ चार्ल्स रिवकिन ने संयुक्त राज्य अमेरिका में साइट-ब्लॉकिंग योजना के लिए कांग्रेस के साथ मिलकर काम करने को लेकर जानकारी दी है।
बता दें, एमपीए (Motion Picture Association) पैरामाउंट, सोनी, यूनिवर्सल और डिज़नी सहित हॉलीवुड स्टूडियो का प्रतिनिधित्व करने वाला व्यापार संघ है।
साइट-ब्लॉकिंग एक कानूनी रणनीति
रिवकिन ने बताया, साइट-ब्लॉकिंग डिजिटल चोरी करने वालों और उनकी ऑडियंस के बीच कनेक्शन को खत्म करने के लिए एक कानूनी रणनीति है।
यह सभी तरह की क्रिएटिव इंडस्ट्री जैसे फिल्म और टेलीविजन, म्यूजिक, बुक पब्लिशर, स्पोर्ट्स लीग और ब्रॉडकास्टर को कोर्ट में अनुरोध करने की अनुमति देता है। ताकि इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर ऐसी वेबसाइट को ब्लॉक कर सकें जो चुराए हुए कंटेंट को दिखाती हों।
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डिजिटल पायरेसी से होता है आर्थिक नुकसान
रिवकिन ने फिल्म इंडस्ट्री पर डिजिटल पायरेसी के महत्वपूर्ण आर्थिक प्रभाव पर जोर देते हुए कहा, "अकेले अमेरिका में, यह श्रमिकों से सैकड़ों हजारों नौकरियां चुराता है और हमारी अर्थव्यवस्था से अरबों डॉलर चुराता है।
साइट-ब्लॉकिंग कानून को लेकर एमपीए का फैसला पायरेसी संचालन की बढ़ती जटिलता की वजह आया है।
रिवकिन ने कहा, "ये उद्यम हर बार चोरी करते हैं और प्रोटेक्टेड कंटेंट को साझा करते हैं, कानून तोड़ते हैं। डिजिटल पायरेसी रचनाकारों और उपभोक्ताओं के अधिकारों के लिए खतरनाक है।
दुनिया की सबसे बड़ी अवैध स्ट्रीमिंग साइट FMovies
रिवकिन ने डिजिटल पायरेसी का उदाहरण भी दिया। उन्होंने कहा, FMovies, दुनिया की सबसे बड़ी अवैध स्ट्रीमिंग साइटों में से एक है।
दुनिया की सबसे बड़ी अवैध स्ट्रीमिंग साइटों में से एक, FMovies पर प्रति माह 160 मिलियन से अधिक विज़िट होती हैं और क्योंकि अन्य देशों ने पहले ही साइट ब्लॉकिंग कानून पारित कर दिया है, उस ट्रैफ़िक का एक तिहाई अभी भी संयुक्त राज्य अमेरिका से आता है।
कल्पना करें कि दर्शकों को इंटरनेट खोज के माध्यम से फिल्मों के पायरेटेड संस्करण मिल ही न सकें। कल्पना करें दर्शक नई और बेहतरीन फिल्में केवल तभी देख सकते हैं जब वे रिलीज हों।