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Xiaomi, Vivo, Oppo जैसे चीनी स्मार्टफोन कंपनियों का भारत में क्यों है दबदबा? जानें

चीनी स्मार्टफोन ब्रांड के दबदबे की वजह से Micromax जैसी भारतीय स्मार्टफोन ब्रांड को झटका लगा है

By Harshit HarshEdited By: Updated: Mon, 12 Nov 2018 10:41 AM (IST)
Xiaomi, Vivo, Oppo जैसे चीनी स्मार्टफोन कंपनियों का भारत में क्यों है दबदबा? जानें
नई दिल्ली (टेक डेस्क)। पिछले तीन-चार साल में चीनी स्मार्टफोन कंपनियों Xiaomi, Vivo, Oppo, Honor आदि का दबदबा देखा गया है। इन कंपनियों के स्मार्टफोन्स को भारतीय बाजार में यूजर्स काफी पसंद कर रहे हैं। बिक्री के मामले में भी Xiaomi ने कोरियाई कंपनी Samsung को कड़ी चुनौती दी है। जुलाई 2018 में बिक्री के मामले में Xiaomi ने सैमसंग को पीछे छोड़ दिया। Xiaomi भारतीय बाजर में सबसे ज्यादा बिकने वाला स्मार्टफोन ब्रांड बन गया है। चीनी स्मार्टफोन ब्रांड के दबदबे की वजह से Micromax जैसी भारतीय स्मार्टफोन ब्रांड को झटका लगा है।

आज से 4 साल पहले गुरूग्राम (पहले गुड़गांव) स्तिथ Micromax का ऑफिस गूगल की तरह ही दिखता था। लेकिन आज वही ऑफिस केवल एक फ्लोर का दिखाई देता है। रिसर्च फर्म काउंटरप्वाइंट के रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2014 में माइक्रोमैक्स ने भारत में स्मार्टफोन बाजार की नींव रखी है। इस समय Micromax ने कोरियाई स्मार्टफोन कंपनी सैमसंग को भी पीछे छोड़ दिया। माइक्रोमैस्क, लावा और इंटैक्स जैसे भारतीय स्मार्टफोन ब्रांड का बाजार में 54 फीसद की हिस्सेदारी थी। फिलहाल इन भारतीय ब्रांड्स की हिस्सेदारी घटकर 10 फीसद ही रह गई है।

कुछ साल पहले चीनी स्मार्टफोन कंपनी शाओमी के भारतीय बाजार में एंट्री करते ही अन्य मोबाइल कंपनियों की बाजार में पकड़ ढ़ीली होती चली गई। वजह केवल एक थी, शाओमी ने कम कीमत में अच्छे फीचर्स वाले स्मार्टफोन्स भारतीय बाजार में उतारना शुरू कर दिया। शाओमी का इस समय भारतीय स्मार्टफोन बाजार में 29.7 फीसद की हिस्सेदारी है। देखते ही देखते पिछले कुछ साल में शाओमी ने अपने स्मार्टफोन्स को भारत में असेंबल करना शुरू कर दिया। जिसके बाद शाओमी के स्मार्टफोन्स की उपलब्धता भारतीय बाजार में बढ़ने लगी।

शाओमी के बढ़ते प्रभुत्व के साथ ही अन्य चीनी स्मार्टफोन्स कंपनियों ने भी भारतीय बाजार में अपने स्मार्टफोन्स उतारना शुरू कर दिया। वीवो, ओप्पो, ऑनर, वनप्लस आदि स्मार्टफोन कंपनियों के फोन भी भारतीय यूजर्स को पसंद आने लगे। इन चीनी कंपनियों ने भारतीय बाजार में मार्केटिंग से लेकर प्रमोशन में भी कोई कसर नहीं छोड़ी। भारतीय यूजर्स के दिल में जगह बनाने के लिए वीवो और ओप्पो ने कई स्पोर्ट इवेंट की स्पोनशरशिप ले ली साथ ही कई टीवी प्रोग्राम्स की स्पोंसरशिप भी इन्हीं कंपनियों ने खरीद लीं। IDC के डाटा के मुताबिक इस समय टॉप 5 में से 4 चीनी कंपनियों का दबदबा कायम है।