चोर तो चोर...पुलिस के लिए भी सरदर्द बन सकता है iPhone का ये नया फीचर, जानें ऐसा क्या है?
iPhone ने iOS का एक नया अपडेट हाल ही में जारी किया था। इस नए अपडेट में एक ऐसा सिक्योरिटी फीचर पाया गया है जिसने चोर तो चोर कानूनी अधिकारियों के लिए भी मुसीबत खड़ा कर दिया है। इससे चोरों को फोन को एक्सेस करने में मुश्किल होगी तो वहीं जांच अधिकारियों को भी जांच में दिक्कत आ रही है।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। iOS 18.1 में एक सिक्योरिटी फीचर को डिस्कवर किया गया है। ये फीचर iPhone के लंबे समय तक एक्टिव न रहने पर इसे ऑटोमैटिकली रिबूट करने के लिए फोर्स करता है। ऐसे में इससे चोर और पुलिस दोनों को ही लॉक्ड डिवाइसेज को एक्सेस करना मुश्किल हो रहा है।
404 Media की एक इन्वेस्टिगेशन में बताया गया है कि inactivity reboot नाम का ये फीचर उन Apple iPhones को ऑटोमैटिकली रिस्टार्ट कर देता है जो करीब चार दिन तक लॉक रहते हैं। ऐसे में जब ये iPhone रिबूट होता है तब ये हाई सिक्योर 'बीफोर फर्स्ट अनलॉक' (BFU) स्टेट में एंटर करता है। इससे इसे एक्सेस के लिए ओरिजनल पासकोड को जरूरत होती है।
लॉ एनफोर्समेंट अधिकारियों ने पहली बार इस समस्या को तब देखा जब फोरेंसिक जांच के लिए स्टोर किए गए iPhone रहस्यमय तरीके से खुद को रीबूट कर रहे थे। मैग्नेट फोरेंसिक्स के एक फोरेंसिक विशेषज्ञ क्रिस्टोफर वेंस ने पहले ही पुलिस अधिकारियों को सलाह दी है कि वे iOS 18 डिवाइस से सबूत इकट्ठा करने को प्राथमिकता दें, जब वे 'आफ्टर फर्स्ट अनलॉक' (AFU) स्टेट में हों, इससे पहले कि ऑटोमैटिकली रीबूट हो जाएं।
हैसो प्लैटनर इंस्टीट्यूट में रिसर्च ग्रुप लीडर डॉ.-इंग. जिस्का क्लासेन ने पुष्टि की कि यह कोई बग नहीं है, बल्कि iOS 18.1 में Apple द्वारा जानबूझकर लागू किया गया एक सिक्योरिटी फीचर है। 404 मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक कोड एनालिसिस के जरिए इस फीचर के अस्तित्व की पुष्टि की गई।
जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी में क्रिप्टोग्राफर और एसोसिएट प्रोफेसर मैथ्यू ग्रीन ने बताया कि यह फीचर सरकारी अधिकारियों के कामकाज को भी प्रभावित करता है, लेकिन इसका प्राइमरी टारगेट अपराधी हैं। ग्रीन ने 404 मीडिया से कहा, 'याद रखें कि यहां असली खतरा पुलिस नहीं है। यह ऐसे लोग हैं जो दुर्भावनापूर्ण उद्देश्यों के लिए आपका iPhone चुरा लेते हैं।' उन्होंने कहा कि यह फीचर चोरों को चोरी किए गए फोन को महीनों तक एक्टिव रख उन्हें क्रैक करने की टेक्नोलॉजी डेवलप करने से रोकता है।
मोबाइल एनालिसिस कंपनी कोरेलियम के फाउंडर क्रिस वेड ने विस्तार से बताया कि जब iPhone लॉक स्टेट में होता है, तो टाइमर एक्टिव हो जाता है, जो चार दिन बाद ऑटोमैटिक तरीके से रीबूट हो जाता है। ऐसे में ये इन्वेस्टिगेटर्स या संभावित चोरों को डिवाइस को एक्सेस करने के अपने प्रयासों को शुरू से शुरू करने के लिए मजबूर करता है।ये फीचर आईफोन की सिक्योरिटी बढ़ाने के लिए एपल के नई कोशिशों को दिखाती है। हालांकि इसने जब्त डिवाइसेज पर फोरेंसिक जांच करने वाली लॉ एनफोर्समेंट एजेंसियों के लिए नई चुनौतियां पैदा कर दी हैं।
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