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Scam Alert: एक गलती और मेहनत की कमाई से धो बैठेंगे हाथ, इस नंबर से आने वाले कॉल से रहें सावधान

नए टेलीकॉम नियम लागू होने के बाद स्पैम कॉल्स पर काफी हद तक लगाम लगी है। टेलीकॉम कंपनियां भी इस तरह के कॉल्स पर नकेल कसने के लिए AI और एडवांस टेक्नोलॉजी का सहारा ले रही हैं। हालांकि अब स्कैमर्स ने लोगों को ठगने के लिए इंटरनेट कॉल्स का सहारा लेना शुरू कर दिया है। यह क्या है और इससे कैसे सेफ रहें। यहां बता रहे हैं।

By Jagran News Edited By: Yogesh Singh Updated: Tue, 22 Oct 2024 09:00 PM (IST)
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इंटरनेट कॉल्स के झांसे में फंस रहे भोले-भाले लोग
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। एक अक्टूबर 2024 से टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के नए नियम लागू हुए हैं। फेक और स्पैम कॉल्स पर लगाम लगाने के लिए टेलीकॉम कंपनियां AI और एडवांस्ड टेक्नोलॉजी का सहारा ले रही हैं। काफी हद तक नए नियम लागू होने के बाद स्पैम कॉल पर नकेल कसी गई, लेकिन स्कैमर्स ने अब स्पैम कॉल (Spam Call) करने के नए तरीके तलाश लिए हैं।

जिसमें इंटरनेट कॉल भी शामिल हैं। यह लोग किसी न किसी तरह से भोले-भाले लोगों को धोखाधड़ी में फंसा रहे हैं। कुछ ऐसे नंबर हैं जिनसे कॉल आने पर आपको उन्हें तुरंत ब्लॉक कर देना चाहिए।

इंटरनेट कॉल के जरिये स्कैम

थाईलैंड टेलीकॉम अथॉरिटी के अनुसार, इंटरनेट कॉल (Internet Call) की शुरुआत आमतौर पर +697 और +698 से नंबर से होती है। इस तरह के कॉल लोगों के साथ ठगी करने के मकसद से किए जाते हैं। इस तरह की कॉल को ट्रैक करना मुश्किल होता है, यही वजह है कि स्कैमर्स अक्सर लोगों को धोखा देने के लिए इनका इस्तेमाल करते हैं। वे वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का इस्तेमाल करके अपनी लोकेशन छिपा लेते हैं, जिससे उन्हें ट्रैक करना और भी मुश्किल हो जाता है।

तुरंत करें ब्लॉक

अगर आपको +697 और +698 जैसे नंबर से कॉल आए तो इन्हें तुरंत ब्लॉक करने में ही भलाई है। यह लोग आम यूजर्स को अपनी मार्केटिंग रणनीतियों फंसाने की पूरी कोशिश करते हैं और पर्सनल डिटेल लेने की फिराक में रहते हैं। एक बार इन्हें पर्सनल डिटेल मिल जाए तो ये अपना असली रंग दिखाना शुरू कर देते हैं।

पर्सनल डिटेल शेयर न करें

अगर आप गलती से इनमें से किसी कॉल को पिक कर लेते हैं तो भूलकर भी निजी जानकारी शेयर न करें। स्कैमर्स किसी सरकारी एजेंसी, बैंक या अन्य संगठनों से होने का दिखावा कर सकते हैं। अगर वे जानकारी मांगते हैं, तो उनसे कॉलबैक नंबर मांगें और कहें कि आप खुद उन्हें कॉल बैक करेंगे। अगर ऐसा करने से वह इंकार कर रहे हैं तो समझ लीजिये कि यह आपको झांसे में फंसाने की कोशिश की जा रही है।

खुद की सेफ्टी के लिए जरूरी है कि आप नई टेक्नोलॉजी के बारे में पढ़ते रहें। क्योंकि स्कैमर्स कोई न कोई ऐसा जुगाड़ खोज ही लेते हैं, जिससे वह लोगों को ठग पाएं। इसलिए जरूरी है कि आप कहीं भी अपने मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी जैसी डिटेल फिल न करें।

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