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New Criminal laws: पुलिस नहीं कर रही सुनवाई, ऐसे कर सकते हैं ऑनलाइन FIR; एक्शन में नहीं होगी देरी

1 जुलाई से देश में नए क्रिमिनल लॉ लागू हो गए हैं। इन नियमों के लागू होने के बाद लोगों को ऑनलाइन एफआईआर करने की सुविधा मिली है। अब घटनाओं की रिपोर्ट इलेक्ट्रॉनिक संचार के जरिये भी की जा सकती है। ऑनलाइन पुलिस शिकायत या एफआईआर जिसे फर्स्ट इन्फॉर्मेशन रिपोर्ट भी कहा जाता है। E-FIR करने का ऑनलाइन प्रोसेस क्या है।

By Yogesh Singh Edited By: Yogesh Singh Published: Mon, 01 Jul 2024 03:00 PM (IST)Updated: Mon, 01 Jul 2024 04:25 PM (IST)
ई-एफआईआर करने का स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस क्या है।

टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। 1 जुलाई से देश में नए क्रिमिनल लॉ लागू हो गए हैं। इन नियमों के लागू होने के बाद लोगों को ऑनलाइन एफआईआर करने की सुविधा मिली है। अब घटनाओं की रिपोर्ट इलेक्ट्रॉनिक संचार के जरिये भी की जा सकती है। ऑनलाइन पुलिस शिकायत या एफआईआर जिसे फर्स्ट इन्फॉर्मेशन रिपोर्ट भी कहा जाता है। जब भी किसी के साथ कोई घटना होती है तो उसका पहला काम होता है कि वह पुलिस थाने में जाकर एफआईआर दर्ज करवाए।

लेकिन, कुछ लोग होते हैं जो पुलिस थाने जाने में असहज महसूस करते हैं। ऐसे में यहां बता रहे हैं कि ऑनलाइन E-FIR दर्ज करवाने के लिए क्या प्रोसेस है। यहां कई राज्यों में ई-एफआईआर दर्ज करवाने का पूरा प्रोसेस बताने वाले हैं।

ऑनलाइन FIR कैसे करें?

एफआईआर जिसे प्रथम सूचना रिपोर्ट के रूप में भी जाना जाता है, दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 154 के तहत अपराध की रिपोर्ट करने का प्रारंभिक चरण है। जिस व्यक्ति के साथ घटना घटित हुई है वह अपने नजदीक पुलिस स्टेशन में इसकी शिकायत दर्ज करवा सकता है। ऐसा करने के लिए उसके पास ऑनलाइन भी विकल्प है।

नए कानून के बाद...

स्टेप 1 - शिकायतकर्ता को सबसे पहले अपने साथ हुई घटना की जानकारी दिल्ली पुलिस के उस स्टेशन तक पहुंचानी है, जहां आप रिपोर्ट दर्ज करवाना चाहते हैं। इसकी जानकारी ई-कम्यूनिकेशन के जरिये पुलिस तक पहुंचाई जा सकती है।

स्टेप 2- दूसरे चरण में घटना की जानकारी, पर्सनल डिटेल और संबधित दस्तावेज अपलोड करें।

स्टेप 3- इसके बाद आपकी एफआईआर की कॉपी इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर (IO) के पास प्रांरभिक जांच के लिए भेज दी जाएगी। इसके बाद पता किया जाएगा कि मामला बनता है या नहीं यह पता लगाने के लिए प्रारंभिक जांच शुरू की जा सकती है या नहीं, इसमें अधिकतम 14 दिन लगेंगे। लेकिन, ई-संचार के माध्यम से भेजी गई सूचना को तीन दिनों के भीतर रिकॉर्ड में लिया जाएगा और प्राथमिक जांच शुरू कर दी जाएगी।

स्टेप 4- अगर इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर को लगता है कि मामले पर तत्काल कार्रवाई शुरू की जानी चाहिए तो ऐसा किया जा सकता है।

स्टेप 5- इसके बाद एसएचओ एफआईआर की समीक्षा करेगा और उसे आईओ को सौंपेगा। एफआईआर की कॉपी शिकायतकर्ता को भी दी जाएगी।

जीरो एफआईआर: जीरो एफआईआर की शुरुआत के साथ कोई भी व्यक्ति किसी भी पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज करा सकता है, चाहे उसका क्षेत्र कुछ भी हो। इससे कानूनी कार्यवाही शुरू करने में होने वाली देरी खत्म हो जाएगी और अपराध की तुरंत रिपोर्टिंग सुनिश्चित होगी।

दिल्ली E-FIR प्रोसेस

- सबसे पहले दिल्ली पुलिस की ऑफिशियल साइट पर जाएं।

- इसके बाद होमपेज पर ‘Lost & Found’ को सेलेक्ट करें।

- अब लॉस्ट रिपोर्ट पर टैप करें और फिर लॉस्ट आर्टिकल रिपोर्ट।

- यहां रिट्राइव और रजिस्टर दो ऑप्शन मिलेंगे। दूसरे ऑप्शन पर क्लिक करें।

- यहां जरूरी जानकारी फिल करें।

  • शिकायत का नाम
  • माता-पिता का नाम
  • एड्रेस
  • मोबाइल नंबर
  • ईमेल आईडी
  • जगह, तारीख और घटना का समय
  • घटना के बारे में संक्षिप्त जानकारी

-दिए गए कोड को दर्ज करें और अपनी डिटेल रिव्यू करें।

- सबमिट करें।

- आपके मेल पर ई-एफआईआर की कॉपी सेंड कर दी जाएगी।

उत्तर प्रदेश E-FIR प्रोसेस

- यूपी पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।

-सिटीजन सर्विस सेक्शन में जाएं और CCTNS वेबपेज तक पहुंचने के लिए ई-FIR विकल्प चुनें।

- FIR के लिए पंजीकरण करें या अपने क्रेडेंशियल के साथ लॉग इन करें।

- अपना यूजर आईडी और पासवर्ड प्राप्त करने के लिए CCTNS पोर्टल पंजीकरण पूरा करें।

- लॉग इन करें और FIR के लिए आवश्यक जानकारी सबमिट करें।

- ऑनलाइन FIR वेरिफाई प्रोसेस शुरू होगी और अधिकृत FIR विवरण ईमेल या SMS के माध्यम से भेजे जाएंगे।

- अपने ईमेल से FIR की PDF कॉपी डाउनलोड करें।

मुंबई E-FIR प्रोसेस

- मुंबई पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।

- अपनी जानकारी के साथ शिकायत फॉर्म भरें, जिसमें शामिल हैं।

  • पुलिस स्टेशन का नाम
  • विषय
  • शिकायत का प्रकार
  • -पर्सनल डिटेल
  • -ईमेल आईडी (OTP प्राप्त करने के लिए)

- फॉर्म भरने के बाद ‘सबमिट’ पर क्लिक करें।

- अपनी शिकायत संख्या/FIR संख्या नोट कर लें।

कोलकाता E-FIR प्रोसेस

- कोलकाता पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ।

- रिपोर्ट अ क्राइम मेनू पर जाएं।

- जरूरी जानकारी दर्ज करें, जैसे

  • अपराध डिटेल
  • पता
  • पुलिस स्टेशन
  • ईमेल

- अपनी शिकायत दर्ज करने के लिए ‘भेजें’ पर क्लिक करें।

- आपको एक कन्फर्मेशन ईमेल प्राप्त होगा।

चेन्नई E-FIR प्रोसेस

- तमिलनाडु पुलिस स्टेशन की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।

- ऑनलाइन सेवा बॉक्स से एफआईआर दर्ज करने के लिए ‘इन्फॉर्मेशन’ या पुलिस शिकायत के लिए रिपोर्ट चुनें।

- दिए गए निर्देशों के अनुसार अपनी एफआईआर या रिपोर्ट दर्ज करें।

नए कानूनों में टेक्नोलॉजी का अहम रोल

1 जुलाई से देशभर में लागू हुए कानूनों में तकनीक को जगह दी गई है। अब आम जनता को एफआईआर ऑनलाइन दर्ज करवाने से लेकर बहुत सी चीजों में आसानी होगी।

डिजिटल रिकॉर्ड्स को तरजीह: नए कानूनों के आने के बाद अब दस्तावेजों को सहेज कर रखने में आसानी होगी। सरकार का तर्क है कि ऐसा करने से कागजों के जंजाल से लोगों को मुक्ति मिलेगी। यानी उन्हें किसी चीज का रिकॉर्ड रखने के लिए हार्ड कॉपी को रखने की अनिवार्यता नहीं होगी। नए कानूनों में इलेक्ट्रॉनिक या डिजिटल रिकॉर्ड्स, ई-मेल, सर्वर लॉग्स, कम्प्यूटर, स्मार्ट फोन, लैपटॉप्स, एसएमएस, वेबसाइट्स को तरजीह दी गई है।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और वीडियोग्राफी: अब चार्जशीट और चार्जशीट से जजमेंट तक की पूरी प्रक्रिया को आसान कर दिया गया है और उसे डिजिटल बनाने पर फोकस किया गया है। नए नियमों से कानून प्रणाली को डिजिटलाइज करने के साथ ही दूसरी चीजों को बेहतर किया गया है। यानी, अब सिर्फ आरोपी की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हो सकती है, लेकिन अब पूरा ट्रायल, क्रॉस क्वेश्चनिंग सहित, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से होगा। अब अपीलीय कार्यवाही भी अब डिजिटली भी हो सकेगी।

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