दुनियाभर में Made in India स्मार्टफोन की धूम, महामारी में भी बरकरार रहा जलवा: ICEA रिपोर्ट
इंडियन सेलुलर एंड इलेक्ट्रानिक्स एसोसिएशन (ICEA) की रिपोर्ट से इसका खुलासा हुआ है। साल 2021-22 की पहली तिमाही में कुल 4600 करोड़ रुपये के मोबाइल फोन का एक्सपोर्ट किया गया है जो पिछली तिमाही में करीब 1300 करोड़ रुपये था।
नई दिल्ली, आइएएनएस। दुनियाभर में भारत निर्मित स्मार्टफोन को पसंद किया जा रहा है। इसकी वजह से घरेलू स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग में जोरदार इजाफा दर्ज किया गया है। अगर पिछली तिमाही से तुलना करें, तो इस साल अप्रैल से जून की तिमाही में भारत में मोबाइल एक्सपोर्ट में 250 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इंडियन सेलुलर एंड इलेक्ट्रानिक्स एसोसिएशन (ICEA) की रिपोर्ट से इसका खुलासा हुआ है। साल 2021-22 की पहली तिमाही में कुल 4,600 करोड़ रुपये के मोबाइल फोन का एक्सपोर्ट किया गया है, जो पिछली तिमाही में करीब 1,300 करोड़ रुपये था।
इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स के एक्सपोर्ट में इजाफा
ICEA के चेयरमैन पंकज मोहिंद्रो के मुताबिक मोबाइल हैंडसेट मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में लगातार ग्रोथ जारी है। मोहिंद्रो ने कहा कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान भारत सरकार ने प्रोडक्शन लिंक्ड इनिशिएटिव (PLI) स्कीम के जरिए मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री की मदद की। यही वजह है कि इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स के एक्सपोर्ट में पिछले साल के मुकाबले साल 2021-22 में 100 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई है। इस तरह भारत की मोबाइल एक्सपोर्ट 20,000 करोड़ रुपये के आंकड़ो को पार करने में कामयाब रहा है।
फोन आयात में कमी
ICEA चेयरमैन के मुताबिक पिछले कुछ वक्त में स्मार्टफोन के आयात में जोरदार गिरावट दर्ज की गई है। जहां साल 2020-21 के दौरान भारत में स्मार्टफोन का आयात 3,100 करोड़ रुपये का था, जो साल 2020-21 की पहली तिमाही में कम होकर मात्र 600 करोड़ रुपये हो गया है।
लैपटॉप और टैबलेट के आयात में इजाफा
हालांकि स्मार्टफोन से अलग भारत आयात होने वाले लैपटॉप और टैबलेट में साल की पहली तिमाही में 50 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई है। साल 2020-21 के मुकाबले साल 2021-22 में यह आंकड़ा 6,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 10,000 करोड़ रुपये हो गया है। ICEA के मुताबिक हर सरकार के साथ मिलकर लैपटॉप और टैबलेट के आयात में कमी लाने की पॉलिसी पर काम कर रहे हैं, जिससे घरेलू स्तर पर लैपटॉप और टैबलेट का निर्माण किया जा सके।