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10 सालों में ग्लोबल सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन में प्रमुख भूमिका निभाएगा भारत: राजीव चंद्रशेखर

भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि भारत अगले दस सालों में ग्लोबल सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन में प्रमुख भूमिका निभाने की राह पर है। वेदांता और फॉक्सकॉन जैसी कंपनियां इसमें इंवेस्टमेंट कर रही है। बता दें कि सरकार ने 2029 तक सेमीकंडक्टर इंडस्ट्रूी को 110 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य बनाया है। आइये इसके बारे में जानते हैं।

By Ankita PandeyEdited By: Ankita PandeyUpdated: Thu, 27 Jul 2023 05:20 PM (IST)
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India will play a major role in the global semiconductor supply chain in 10 years
नई दिल्ली, टेक डेस्क। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि लोकल चिप मैन्युफैक्चरिंग के लिए 10 अरब अमेरिकी डॉलर के प्रोत्साहन और सहायता के साथ भारत अगले दस सालों में ग्लोबल सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन में प्रमुख भूमिका निभाने की राह पर है।

देश में सेमीकंडक्टर के उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना ने वेदांता और फॉक्सकॉन जैसी कंपनियों को आकर्षित किया। इसके चलते उन्होंने अरबों डॉलर के निवेश का वादा भी किया था। सेमीकंडक्टर का इस्तेमाल मोबाइल फोन से लेकर कारों और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में किया जाता है।

ट्रैक पर है भारत

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने गुरुवार को कहा:

सेमीकंडक्टर ग्लोबल इकोसिस्टम में एक भी ऐसा व्यक्ति नहीं है', जो भारत को 'सेमीकंडक्टर इन्वेस्टमेंट और इनोवेशन के लिए विश्वसनीय, व्यवहार्य और फास्ट चार्जिंग डेस्टिनेशन' के रूप में न देखता हो।

उन्होंने यह भी कहा कि चीन ने सेमीकंडक्टर स्पेस में जो डेवलपमेंट 25-30 सालों में किया है। भारत अगले दस सालों में 10 बिलियन अमरीकी डालर (लगभग 81,993 करोड़ रुपये के साथ वह करने के ट्रैक पर है।

नई नौकरियों के मिलेंगे अवसर

केंद्रीय मंत्री ने आगे बताया किया कि माइक्रोन के साथ एटीएमपी परियोजना सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में 5,000 नौकरियां और 15,000 अप्रत्यक्ष नौकरियां पैदा होंगी। राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि माइक्रोन मेमोरी चिपसेट के मामले में ग्लोबल लीडर है।

राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि सेमीकंडक्टर पर भारत की कहानी...भारत को सेमीकॉन राष्ट्र बनाने का दृष्टिकोण 70 वर्षों के बाद पहली बार कुछ महीने पहले ही शुरू हुआ है। उन्होंने बता कि सरकार 30 स्टार्टअप के साथ सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम तैयार करने पर भी काम कर रही हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य 2025-26 तक इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री को 300 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाने का है। इसके साथ ही 2029 तक सेमीकंडक्टर के लिए 110 बिलियन अमेरिकी डॉलर का लक्ष्य रखा गया है।