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5G स्मार्टफोन में देना होगा देसी NavIC GPS का सपोर्ट, दिसंबर 2025 तक है डेडलाइन: राजीव चंद्रशेखर

NavIC GPS Support इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि भारत में लॉन्च होने वाले 5G स्मार्टफोन को NavIC-पॉवर्ड चिप्स केसाथ लॉन्च किया जाएगा। सरकार ने इसके लिए दो समय सीमाएं निर्धारित की हैं। पहली ये कि 5G फोन को 1 जनवरी 2025 तक NavIC के लिए अनिवार्य सपोेर्ट देना होगा। इससे स्मार्टफोन की कीमतों में बढ़ोतरी की उम्मीद है।

By Anand PandeyEdited By: Anand PandeyUpdated: Fri, 15 Sep 2023 03:27 PM (IST)
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भारत में लॉन्च होने वाले 5G डिवाइस को NavIC का सपोर्ट देना अनिवार्य
नई दिल्ली, टेक डेस्क। कुछ महीने पहले भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने स्पेस के लिए नाविक सीरीज में नेक्स्ट जनरेशन सैटेलाइट को लॉन्च किया था। NavIC का पूरा नाम Navigation with Indian Constellation रखा गया है। हालही में लॉन्च हुए एपल के iPhone 15 सीरीज के प्रो मॉडल NavIC टेक्नोलॉजी को सपोर्ट करते हैं।

यह पहली बार है कि जब Apple ने अपने डिवाइस में भारत में निर्मित जीपीएस का ऑप्शन दिया है। नई रिपोर्ट की माने तो सरकार अब 5G फोन के लिए अपने डिवाइस में NavIC को एकीकृत करना अनिवार्य बनाने की योजना बना रही है। यह बात इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने मीडिया से कही है।

5G स्मार्टफोन में देना होगा NavIC का स्पोर्ट

इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि भारत में लॉन्च होने वाले 5G डिवाइस को NavIC-पॉवर्ड चिप्स के साथ लॉन्च किया जाएगा। सरकार ने इसके लिए दो समय सीमाएं निर्धारित की हैं। पहली ये कि 5G फोन को 1 जनवरी, 2025 तक NavIC के लिए अनिवार्य सपोेर्ट प्रदान करना होगा।

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दूसरी ये कि L1 बैंड में काम करने वाले अन्य सभी फोन जो वर्तमान में ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (GPS) का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें दिसंबर 2025 तक अनिवार्य NavIC का सपोर्ट देना होगा। बता दें, वर्तमान में NavIC के अंतरिक्ष में सात उपग्रह हैं और इसरो का लक्ष्य आने वाले वर्षों में इसे बढ़ाकर 12 करना है।

बढ़ सकती है स्मार्टफोन की कीमतें

स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों अपनी ओर से चिंता जताई है कि NavIC को शामिल करने से डिवाइस की कीमतें बढ़ सकती हैं। सरकार अपनी ओर से NavIC प्रणाली को शामिल करने के लिए ब्रांडों को प्रोत्साहित करने की योजना बना रही है।

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राजीव चंद्रशेखर ने यह भी स्पष्ट किया कि NavIC को अनिवार्य बनाने का मतलब यह नहीं है कि यह एकमात्र नेविगेशन प्रणाली होगी। उन्होंने आगे कहा कि चाहें मोबाइल फोन निर्माता हों या ऑटोमोबाइल कंपनियां NavIC को एकमात्र नेविगेशन प्रणाली के रूप में अनिवार्य नहीं किया जाएगा।