भारत के बिना अधूरा है अमेरिका, इस इंडस्ट्री में भारतीयों ने जमा रखी है धाक
सिलिकान वैली सेंट्रल चैंबर आफ कॉमर्स की सीईओ हरबीर के भाटिया ने कहा कि अमेरिका की टेक इंडस्ट्री भारतीयों के बिना अधूरी है। इन्होंने कहा गूगल यूट्यूब और माइक्रोसाफ्ट जैसे सभी प्रमुख कंपनियों का नेतृत्व भारतीय कर रहे हैं। वे या तो चीफ एक्सपीरियंस ऑफिसर स्तर पर हैं या सीईओ हैं। यह संयोग से नहीं होता। भारतीय काम में कड़ी मेहनत और उत्पादकता जैसे सर्वोत्तम मूल्य लेकर आते हैं।
पीटीआई, नई दिल्ली। अमेरिका में भारतीयों का डंका बज रहा है। वह बड़े-बड़े पदों पर आसीन हैं। सिलिकान वैली सेंट्रल चैंबर आफ कॉमर्स की सीईओ हरबीर के भाटिया ने कहा कि भारतीय सिलिकान वैली में इनोवेश के सबसे महत्वपूर्ण योगदानकर्ता में से एक हैं और अमेरिका का तकनीकी उद्योग उनके बिना नहीं चल सकता। मेरे पास नए आंकड़े नहीं हैं, लेकिन जो मायने रखता है वह यह कि हम (भारतीय) इतने प्रभावशाली योगदानकर्ता हैं।
प्रमुख पदों पर काबिज भारतीय
भाटिया ने कहा कि गूगल, यूट्यूब, गूगल फाउंडेशन और माइक्रोसाफ्ट जैसे सभी प्रमुख कंपनियों का नेतृत्व भारतीय कर रहे हैं। वे या तो चीफ एक्सपीरियंस ऑफिसर स्तर पर हैं या सीईओ हैं। यह संयोग से नहीं होता।भारतीय काम में कड़ी मेहनत और उत्पादकता जैसे सर्वोत्तम मूल्य लेकर आते हैं।अगर आप स्कूल में 98 प्रतिशत अंक लाते हैं तो आपकी मां और पापा हमेशा कहेंगे कि सौ प्रतिशत क्यों नहीं ला पाए। यह हमारी संस्कृति है। हम ऐसे ही हैं। यह कभी भी पर्याप्त नहीं होता। वह लालसा और आकांक्षा ही दूसरों से हमें अलग करती है।
मेहनत में अव्वल हैं हमारे लोग
समस्या के समाधान के लिए उन्होंने भारतीय जुगाड़ की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि अगर कोई समस्या है, तो उस पर देसी उपाय अपनाएं, समाधान मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका भारत से प्रतिभाशाली दिमागों को लाता है। यही एक कारण भी है कि वे वीजा की सीमा तय करने की कोशिश करते रहते हैं, क्योंकि वे जानते हैं कि हम इतने अच्छे हैं कि उन्हें सीमा लगानी होगी। अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम सभी नौकरियां ले सकते हैं। भारतीय किसी भी पेशे में आगे बढ़ सकते हैं, चाहे तकनीक हो, खेती हो या स्वास्थ्य।
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