धोखाधड़ी वाले 'लोन ऐप' के विज्ञापन नहीं लगाए इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म- राजीव चंद्रशेखर
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बुधवार को कहा कि सरकार ने सोशल मीडिया और ऑनलाइन प्लेटफार्मों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि वे धोखाधड़ी वाले ऋण ऐप्स के विज्ञापनों की मेजबानी न करें। इसका कारण ये है कि वे ऐप गुमराह करने वाले हैं और इंटरनेट का उपयोग करने वाले लोगों का शोषण करते हैं। आइये इसके बारे में जानते हैं।
पीटीआई, नई दिल्ली। केंद्रीय इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बुधवार को कहा कि सरकार ने इंटरनेट मीडिया और आनलाइन प्लेटफार्मों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि वे अपने प्लेटफार्म पर कर्ज देने वाले धोखाधड़ी वाले ऐप के विज्ञापन नहीं लगाएं।
चंद्रशेखर ने कहा कि आइटी मंत्रालय ने प्लेटफार्मों को स्पष्ट कर दिया है कि वे धोखाधड़ी वाले ऋण ऐप के विज्ञापन नहीं दे सकते, क्योंकि ये विज्ञापन गुमराह करने वाले हैं और इंटरनेट का उपयोग करने वाले लोगों को नुकसान पहुंचाते हैं।
लोन ऐप पर कसी जाएगी नकेल
चंद्रशेखर ने यहां एक कार्यक्रम के मौके पर कहा कि अब हम जिन क्षेत्रों पर नकेल कस रहे हैं, उनमें से एक धोखाधड़ी वाले ऋण ऐप के विज्ञापन है जो कई प्लेटफार्म पर चल रहे हैं। हमने मंगलवार की सलाह के माध्यम से यह स्पष्ट कर दिया है कि कोई भी मध्यस्थ धोखाधड़ी वाले ऋण ऐप के विज्ञापन नहीं दे सकता है।यह भी पढ़ें - Artificial Intelligence को लेकर पूरी दुनिया में संशय का माहौल, राजीव चंद्रशेखर ने बताए इसके फायदे और नुकसान
इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री ने एक कार्यक्रम के मौके पर कहा कि क्योंकि यह ऐप भ्रामक होगा और शोषण करेगा जो लोग इंटरनेट का उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सुरक्षित और भरोसेमंद इंटरनेट पर न्यायशास्त्र और सरकार का दृष्टिकोण विकसित हो रहा है और आईटी नियम स्पष्ट रूप से निषिद्ध कंटेंट के 11 क्षेत्रों को निर्दिष्ट करते हैं।